ओडिशा के लिए शानदार रहा बीता वर्ष, ओडिशा की मुर्मू ने संभाला राष्ट्रपति पद

भुवनेश्वर, नगर संवाददाता। ओडिशा का नाम बीते वर्ष काफी चर्चा में रहा, कारण था यहां के आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली द्रोपदी मुर्मू का देश के सर्वाेच्च संवैधानिक पद पर आसीन होना।
राज्य ने सुदूरवर्ती रायरंगपुर कस्बे से आने वाली मुर्मू के पिछले वर्ष रायसीना हिल्स पहुंचने का बेहद गर्व के साथ जश्न मनाया। खास बात ये भी रही कि महज 64 वर्ष की उम्र में शीर्ष संवैधानिक पद पर आसीन हो कर मुर्मू ने इतिहास रच दिया। वह आजाद भारत में पैदा होने वाली देश की पहली राष्ट्रपति भी हैं।
राज्य की सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) सरकार ने अपनी पकड़ और मजबूत करते हुए पंचायत चुनावों तथा शहरी निकाय चुनाव में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस को पछाड़ दिया। बीजद ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में 80 प्रतिशत स्थानीय निकायों पर कब्जा किया।
बीजद ने दिसंबर में हुए पद्मपुर उपचुनाव में भी जीत दर्ज की लेकिन इससे पहले नवंबर में हुए धामनगर उपचुनाव में उसे भाजपा के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इसे पार्टी के लिए एक बड़े धक्के के तौर पर देखा जा रहा था क्योंकि वर्ष 2009 से किसी उपचुनाव में यह उसकी पहली पराजय थी।
राज्य ने औद्योगिक शक्ति के तौर पर भी पहचान बनाने में सफलता हासिल की और उसे नवंबर से दिसंबर के बीच ‘मेक इन इंडिया कॉन्क्लेव’ में दस लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव हासिल हुए। सरकार का दावा है कि अगर ये सभी अमल में आए तो 10.37 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
ओडिशा ने बीते वर्ष नक्सलियों पर भी लगाम लगाने में भारी सफलता हासिल की और यहां नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 18 से 10 पर आ गई।
ब्लैकमेलिंग के एक सनसनीखेज मामले के चलते भी राज्य का नाम अक्टूबर में काफी सुर्खियों में रहा। 26 वर्षीय अर्चना नाग की गिरफ्तारी से एक गिरोह का भंडाफोड हुआ जो कथित तौर पर नेताओं, नौकरशाहों और प्रमुख हस्तियों से उगाही करता था। प्रवर्तन निदेशालय इन मामले की जांच कर रहा है।
कालाहांडी में शिक्षक की मौत के मामले में मुख्य आरोपी गोविंद साहू की दिसंबर में जेल में मौत पर भी काफी शोर शराबा रहा और विपक्ष दलों ने आरोप लगाए कि उसके बीजद नेताओं से संपर्क थे।
रूसी सांसद और कारोबारी पावेल एंतोव की 24 दिसंबर को रायगढ़ में होटल की तीसरी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई थी, जबकि उनके साथ भारत यात्रा पर आए व्लादिमीर बिदेनोव भी 22 दिसंबर को अपने कमरे में मृत पाए गए थे। इस मामले की जांच चल रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here