गुरुग्राम, नगर संवाददाता: सोना खरीदने के दौरान आज भी ग्राहक को प्योरिटी की चिंता सताती है। सोना प्योर तो है, कहीं उसमें कोई मिलावट तो नहीं है, क्योंकि ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं। जिसमें ज्वेलर मिलावट वाला सोना लोगों को पकड़ा देता है और पैसे पूरे ले लेता है। ऐसी घटनाओं को रोक लगाने के लिए सरकार सख्त हो गई। इसके अलावा अब दुकानों पर जोहरी बिना हॉलमार्क की ज्वेलरी भी नहीं रख सकेंगे। वहीं ज्वेलर्स ने ग्राहक के साथ धोखाधड़ी की तो उसे भयानक अंजाम भुगतने होंगे। वहीं गुरुग्राम जिले में 80 फीसदी ज्वेलर्स बिना पंजीकरण के कारोबार कर रहे है। पेश है रिपोर्टः
गुरुग्राम ज्वेलर्स एसोसिएशन के संस्थापक अमित जिंदल ने बताया कि जिले में 500 के लगभग ज्वेलर्स हैं। लगभग सौ से ज्यादा ज्वेलर्स शहर में है। इसके अलावा अलग-अलग सेक्टर और ग्रामीण क्षेत्र में भी दुकानें खोल कर कारोबार हो रहें है। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 110 ज्वेलर्स ने पंजीकृत करवाया हुआ है। इसके अलावा ज्यादातर ज्वेलर्स हॉल मार्क की ही ज्वेलरी का कारोबार करते हैं। लगभग 80 फीसदी जोहरी बिना पंजीकरण के काम कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले पंजीकरण करवाने के लिए 15 हजार रुपये की फीस लगती थी,लेकिन अब बिना फीस के ही पंजीकरण करवा सकते है।
जिले में पंजीकरण और हॉलमार्क के साथ काम करने वाले ज्वेलर्स का मार्केट में ग्राहकों के प्रति ज्यादा विश्वास हैं। जिले में नामी ज्वेलर्स के साथ-साथ हॉलमार्क का सोना बेचने और खरीदने वाले छोटे ज्वेलर्स के प्रति ग्राहकों का विश्वास बढ़ रहा। इसी के चलते छोटे ज्वेलर्स का भी कारोबार में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि कुछ समय पहले नामी ज्वेलर्स पर ही ऐसी सुविधा मिलती थी। ज्वेलर्स का कहना है कि सभी ज्वेलर्स को पंजीकरन करवाने के साथ-साथ हॉल मार्क की ज्वेलरी का ही काम करना चाहिए।
अमित जिंदल ने बताया कि बिना पंजीकरण करवाएं कारोबार करने वाले ज्वेलर्स को जागरूक किया जाएगा। ताकि वह पंजीकरण करवा कर कारोबार करें। इसके अलावा हॉल मार्क की ज्वेलरी का कारोबार करें। जिससे ग्राहकों में विश्वास पैदा होने के साथ-साथ कारोबार भी बढ़ने की संभावनाएं होंगी। वहीं नियमों को दरकिनार कर कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्ती भी बरती जाएगी। ऐसे में सभी नियमों का पालन करते हुए अपना कारोबार करें।
ज्वेलर्स के लिए नियम भर बनाएं गए है। जिसमें सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि उनकी दुकान के बाहर एक डिस्प्ले बोर्ड भी लगा हो, जिसमें यह लिखा जाए कि इस दुकान पर हॉलमार्क की ज्वेलरी मिलती है, इसके अलावा ग्राहकों को हॉलमार्क दिखाने के लिए 10एक्स का ग्लास और हॉलमार्किंग चार्जेस के बारे में लिखित रूप से दुकान के अंदर ही जानकारी देने के लिए एक चार्ट भी होना अनिवार्य है। हर दुकान के अंदर बीआईएस का नंबर और पते का भी का एक डिस्प्ले बोर्ड हो।
-प्रभु दयाल एडं सन्स ज्वेलर्स तिलक राज मल्हौत्रा ने बताया कि हॉलमार्क की ही ज्वेलरी रखते हैं। वह काफी समय से हॉल मार्क की ज्वेलरी ग्राहकों को बेचते है। इससे ग्राहकों को सोने,चांदी और हीरे की प्योरिटी के बारे में पता चलता है। ज्वेलर्स के प्रति विश्वास भी बढ़ता है।