गुरुग्राम, नगर संवाददाता: हरियाणा शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 20 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। समय करीब आता जा रहा है, ऐसे में विद्यार्थियों का तनाव बढ़ना लाजमी है। विद्यार्थियों को इस तनाव से बचाने और उन्हें परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने को अध्यापक भी मदद कर रहे हैं। स्कूलों में मूल्यांकन टेस्ट हो रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को प्रश्नों के प्रकार और उनके स्तर का पता चल सके और अपने कमजोर विषयों और अध्यायों पर वे ध्यान दे सकें।
स्कूलों में शुरू हुए एक घंटे के टेस्ट में विद्यार्थियों को विषयवार पेपर दिए जा रहे हैं और अध्यापक उनकी जांच में भी तत्परता दिखा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को उन कमियों को दूर करने का समय मिल सके जो उन्होंने टेस्ट के दौरान दिखाई हैं। कई स्कूलों में तनाव दूर करने के लिए योग सत्रों का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें विद्यार्थियों को शांत और सहज रहकर पढ़ाई करने के टिप्स दिए जा रहे हैं।
जैकबपुरा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य सुनील शर्मा ने कहा कि आनलाइन पढ़ाई के दौरान विद्यार्थियों को जो विषय या अध्याय समझ में नहीं आए उन्हें बेहतर तरीके से पढ़ाया जा रहा है। पाठ्यक्रम पूरा हो गया है और दोहराने की प्रक्रिया हो रही है। तीन घंटे की कक्षाओं के दौरान एक घंटा टेस्ट लिया जा रहा है ताकि विद्यार्थियों द्वारा पढ़ी बातों और जानकारी और पुख्ता हो सकें।
सेक्टर चार-सात स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य सुमन शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के अलावा उन्हें तनावमुक्त रहने के टिप्स दिए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को योग भी करवाया जा रहा है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य शशिबाला ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न पर मासिक परीक्षाओं के लिए टेस्ट पेपर बनाए जा रहे, शिक्षकों को इसके लिए लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि किस तरह से अध्यापक कम समय में बेहतर तरीके से तैयारी करवा सकते हैं। डाइट प्राध्यापक लगातार स्कूलों में जाकर तैयारियों का जायजा भी ले रहे हैं।