जम्मू, जम्मूकश्मीर/नगर संवाददाताः स्वतंत्रता दिवस पर सीमा पार से रची जा रही साजिश नाकाम करने के लिए सुरक्षाबलों का ऑपरेशन अलर्ट शुरू हो गया है। यह 20 अगस्त तक जारी रहेगा। इसके बाद ही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए राज्य में आए 21 हजार अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की भी वापसी शुरू हो जाएगी। आतंकवादियों ने अनंतनाग में बिना सुरक्षा वाली अमरनाथ श्रद्धालुओं से भरी बस पर हमला कर संकेत दिए थे कि वे हमला करने के लिए आसान लक्ष्य को भी निशाना बना सकते हैं। ऐसे हालात में गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षाकर्मियों को भी हिदायत दे दी गई है कि सुरक्षा के स्तर को किसी स्थिति में कम नहीं किया जाए। राज्य में घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान के तेवर कड़े हैं। नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीमें व जवानों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तानी सेना के स्नाइपर सक्रिय हैं। ऐसे में फिलहाल शांत चल रही आइबी पर सीमा सुरक्षा बल कोई भी जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के आइजी राम अवतार का कहना है कि भले ही सीमा शांत हो, लेकिन पाकिस्तान को गंभीरता से लेते हुए हमारा ऑपरेशन अलर्ट जारी है। बरसात के महीनों में दुश्मन के मंसूबों को नाकाम करने के लिए अतिरिक्त बंदोबस्त किया है। किसी भी प्रकार की शरारत का जवाब देने की हमारी पूरी तैयारी है। दूसरी ओर, कानून एवं व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाली केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल ने राज्य में ऐसे महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है जो आतंकवादियों का निशाना बन सकते हैं। सीआरपीएफ सेना, सुरक्षाबलों, खुफिया एजेंसियों से निरंतर समन्वय बनाकर काम कर रही है। सीआरपीएफ के जम्मू सेक्टर के आइजी अभयवीर चौहान का कहना है कि यात्रा को सफल बनाने वाले हमारे जवानों का हौसला बुलंद हैं। उन्होंने माना कि आतंकवादियों के बारे में सामान्य सूचनाएं मिल रही हैं व उन्हें ध्यान में रखते हुए हमारी पूरी तैयारी है। राज्य में यात्रा की सुरक्षा के लिए आई अतिरिक्त कंपनियां इस समय स्वतंत्रता दिवस समारोह को सुरक्षित बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं।