जम्मू कश्मीर, नगर संवाददाता : जम्मू कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को 16 ठिकानों पर छापेमारी की। एनआईए ने कई तंजीमों (इस्लामिक संगठन) के ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) से जुड़े एक नए मामले में यह कार्रवाई की जिसमें द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) भी शामिल है। इसके अलावा मुंद्रा पोर्ट ड्रग केस में भी एनआईए ने दिल्ली-एनसीआर के 5 ठिकानों पर छापा मारा।
हाल ही में जम्मू कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं के पीछे टीआरएफ का ही नाम सामने आया था। इस गुट के बारे में कहा जाता है कि यह पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से बनाया गया है।
पहली बार ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) का नाम पिछले साल कोविड-19 के बीच सामने आया था। इस संगठन को खड़ा करने के पीछे पाकिस्तान की सोची समझी साजिश बताई जाती है। यह भी कहा जाता है कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचाने के लिए टीआरएफ बनाया गया।
सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं ओजीडब्ल्यू
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के ओजीडब्ल्यू सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ये आम लोगों की तरह रहकर आतंकियों की मदद करते हैं। किसी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए ये साजिशकर्ताओं के लिए जमीन तैयार करते हैं। उन तक सुरक्षाबलों की सूचनाएं पहुंचाते हैं। साथ ही हथियार, पैसा और सुरक्षित ठिकानों का बंदोबस्त करते हैं।
रविवार को भी 26 ठिकानों पर छापेमारी
इससे पहले रविवार को भी एनआईए ने जम्मू कश्मीर में 16 जगह रेड मारी थी। यह छापेमारी दो मामलों में की गई थी। एक केस ‘आईएसआईएस वॉयस ऑफ हिंद’ से जुड़ा था, जबकि दूसरा मामला ‘बठिंडा आईईडी रिकवरी’ मामले से।
एनआईए के अधिकारियों ने इस सिलसिले में श्रीनगर, अनंतनाग और बारामूला जिलों में छापेमारी की थी। इस ऑपरेशन के लिए एजेंसी ने सीआरपीएफ की सहायता भी ली थी।
दिल्ली-एनसीआर में भी एनआईए की कार्रवाई
एनआईए ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के साथ दिल्ली-एनसीआर के भी 5 ठिकानों पर छापा मारा। यह मुंद्रा पोर्ट ड्रग से जुड़ा मामला है। गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से बरामद ड्र्गस केस में एनआईए देशभर के अलग-अलग ठिकानों पर जांच कर रही है। इससे पहले 9 अक्टूबर को चेन्नई और विजयवाड़ा समेत अनेक स्थानों पर छापेमारी की थी।