बिलासपुर, छत्तीसगढ़/नगर संवाददाताः रविवार की सुबह एक अधेड़ व्यक्ति और एक जंगली जानवर की शिकारियों के बिछाए गए करंट वाले तार के चपेट में आने से मौत हो गई। मानसिंह नाम का यह अधेड़ इंसान जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गया था। जबकि कोटरी प्रजाति का एक जंगल जानवर नाले में अपनी प्यास बुझाने आया था। घटना गौरेला से 15 कि.मी. दूर केंवची मार्ग के करियामारी से पहले आमापुलिया के पास की है। वन विभाग के पकरिया सर्किल के तवाडबरा बीट का यह जंगल मुख्य मार्ग से लगा हुआ है। जहां रविवार सुबह करीब 6 बजे 50 वर्षीय मानसिंह बंजारा अपने साथी पतिराम रोहणी एवं सात आठ महिलाओं को साथ अपने गांव रुपनडांड से बस में सवार होकर तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए आया था। यहां पहुंचने के बाद बस से उतरकर मानसिंह सीधे मुख्यमार्ग से सटे इस जंगल की ओर बढ़ गया और किनारे किनारे चलते हुए तेंदूपत्ता तोड़ने लगा। जबकि उसका साथी और महिलाएं बस से उतरकर थैला वगैरह बना रही थी। जब वे भी तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल की ओर बढ़ रहे थे तो इनमें से पतिराम ने देखा की मानसिंह जमीन पर गिरा पड़ा है और उसका हाथ हिल रहा है। इस बीच उसकी निगाह सड़क किनारे बिजली के तार पर पड़ी जो मानसिंह के हाथ में हो रही हरकत के साथ हिल रहा था। तब पतिराम को समझने में देर नहीं लगी कि मानसिंह करंट की चपेट में आ गया है। उसने तत्काल आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। इसके बाद उसके परिजनों को इसकी सूचना फोन से दी गई। पर तब तक मानसिंह की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही मौके से तार व खूंटों की जब्ती करते हुए मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।