रायपुर, नगर संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक तथा अन्य नेताओं ने खैरागढ़ क्षेत्र से विधायक देवव्रत सिंह के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने राजकीय सम्मान के साथ सिंह का अंतिम संस्कार किए जाने का निर्देश दिया है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि बघेल ने विधायक और पूर्व सांसद देवव्रत सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बघेल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ ने एक ऊर्जावान और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि को खो दिया। सिंह का कम उम्र में निधन प्रदेश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।’’
देवव्रत सिंह खैरागढ़ विधानसभा सीट से चार बार विधायक और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से एक बार सांसद रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सिंह के शोक संतप्त परिजन के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने देवव्रत सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किए जाने का निर्देश दिया है।
कौशिक ने देवव्रत सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘‘अल्पायु में उनका दुःखद निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। वह एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि थे।’’
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके असमय निधन से अपूरणीय क्षति हुई है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने देवव्रत सिंह के निधन पर दुख जताया और कहा, ‘‘खैरागढ़ से विधायक सिंह के निधन के समाचार से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। उनसे मेरे व्यक्तिगत संबंध 1998 से थे। हमारी 25 दिन पहले मुलाकात हुई थी। उन्होंने हमेशा एक बड़े भाई की तरह मेरा मनोबल बढ़ाया।’’
जोगी ने कहा कि इतने युवा, समझदार और अनुभवी नेता के अचानक चले जाने से छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक अधूरापन उत्पन्न हो गया है जिसे आसानी से भरा नहीं जा सकता है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में खैरागढ़ विधानसभा सीट से विधायक और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता देवव्रत सिंह का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 52 वर्ष के थे।