नीमच/भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां सोमवार को कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) दुनिया की सबसे बड़ी पैरामिल्रिटी फोर्स है, जिसने देश की आंतरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में सीआरपीएफ के 76वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में राजनाथ ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों ने हर स्थिति में अपने शौर्य, पराक्रम और साहस से देश की जनता की रक्षा कर उनका भरोसा हासिल किया है। देश में कहीं अशांति हो, प्राकृतिक आपदा आए तो सबसे पहले सीआरपीएफ पहुंचती है। यही कारण है कि दो बटालियन से शुरू हुआ यह बल आज 236 बटालियन में विस्तारित हुआ है।
गृहमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के रक्षक दल के रूप में सीआरपीएफ ने अपनी पहचान बनाई है। नक्सली क्षेत्र में हमारे जवान नक्सलियों का डटकर मुकाबला कर रहे हैं, जिस कारण इस वर्ष नक्सली घटनाओं में 30 फीसदी की कमी आई है।
उन्होंने कहा कि इस बल के इन्फ्रा-स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने और इसके आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बल के 13 हजार 860 आरक्षक को प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया है। कैडर रिव्यू के अलावा आवासीय सुविधाओं के विस्तार और एचआरए बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।
समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री ने परेड की सलामी ली। उन्होंने बल के जवानों को उनके अदम्य साहस, पराक्रम एवं उत्कृष्ट कार्य के लिए पदक एवं ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। सीआरपीएफ की महिला टुकड़ियों ने भी परेड में भाग लिया और मोटरसाइकिल पर आकर्षक करतब दिखाए। समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद सुधीर गुप्ता, स्थानीय विधायक एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक प्रकाश मिश्रा उपस्थित थे।
इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। जहां उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस थाने पर हुए हमले के मद्देनजर सीमाओं पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा के नजदीक आतंकवादी एक पुलिस स्टेशन में घुस गए हैं, कार्रवाई जारी है और स्थिति नियंत्रण में है।
गृहमंत्री ने एक सवाल के जवाब में बताया कि सुरक्षा बलों को मौके पर रवाना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई चल रही है, इस समय इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, परिणाम की प्रतीक्षा करनी चाहिए, हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि हम इस कार्रवाई में सफल होंगे।