गुरुग्राम, हरियाणा, राजेन्द्र अग्रवाल: केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने मंगलवार को गुरुग्राम में देश के पहले बिजनेस फिशरीज इनक्यूबेटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह देश में मतस्यपालन के क्षेत्र के विकास के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा। इसे फिशरीज बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के नाम से जाना जाएगा। 3.23 करोड़ रुपये की लागत तैयार यह सेंटर वास्तविक बाजार के आधार पर मत्स्य पालन स्टार्टअप को पोषित करने में मददगार होगा।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत इस इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन किया गया है, जो मतस्यपालन के क्षेत्र में कदम बढ़ाने वाले नवउद्यमियों को दृष्टिकोण प्रदान करने के साथ-साथ शुरुआती फंड भी मुहैया कराएगा। इसका मकसद स्टार्टअप को बड़े बिजनेस माडल के रूप में स्थापित करना है। रुपाला ने कहा कि जल्द ही किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की तर्ज पर मछुआरों और पशुधन व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी क्रेडिट कार्ड प्रदान करने के लिए एक अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन देश में उभरता हुआ उद्योग है, जो सालाना सात प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में 2025 तक 22 मिलियन टन मछली उत्पादन और एक लाख करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य रखा है। यह अगले चार वर्ष के भीतर हासिल करने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में मछली उत्पादन 130 लाख है और निर्यात 46,000 करोड़ रुपये का है।