गुरुग्राम, नगर संवाददाता: गांव कासन के एक घर में घुसकर बदमाशों द्वारा अंधाधुंध फायरिग करने के आरोपित 13 दिन बाद भी पकड़ से बाहर हैं। क्राइम ब्रांच की लगभग सभी टीमें शूटरों की तलाश में जुटी हैं। छह में से चार की पहचान तक हो चुकी है। इसके बाद भी सफलता नहीं। इससे पीड़ितों के स्वजन में रोष बढ़ता जा रहा है। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द आरोपितों (शूटरों) को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए।
दीपावली की रात हथियारबंद पांच-छह बदमाशों ने गांव कासन के पूर्व सरपंच स्व. गोपाल सिंह चौहान के बेटे बलराम सिंह चौहान, सोनू सिंह चौहान, रिश्तेदार राजेश सिंह, विकास सिंह एवं प्रवीण सिंह के ऊपर अंधाधुंध फायरिग की थी। एक गोली नजदीक ही खड़े बलराम सिंह चौहान के बेटे यश के हाथ को छूती हुई निकल गई थी। इनमें से विकास सिंह, सोनू सिंह चौहान, प्रवीण सिंह एवं बलराम सिंह चौहान की मौत हो चुकी है। राजेश सिंह एवं यश का इलाज चल रहा है। छह आरोपितों में से चार की पहचान गांव कासन के ही रहने वाले रिकू सिंह, भिवानी जिले के गांव कैरू निवासी मनीष, सोनीपत जिले के गांव लाथ निवासी अमित एवं उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के गांव तरौरी निवासी दीपक उर्फ भोलू के रूप हो चुकी है।
आरोपितों पर इनाम घोषित करने की तैयारी चल रही है। साथ ही उनकी तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही है। उम्मीद है जल्द ही सफलता हासिल होगी। आरोपितों की गिरफ्तारी से ही वारदात को अंजाम किस वजह से दिया गया, इस बारे में पूरी सच्चाई सामने आएगी।