फरीदाबाद, नगर संवाददाता: बुधवार सुबह इस सीजन का पहला जबरदस्त कोहरा पड़ा। दृश्यता काफी कम रही। इस वजह से सड़कों पर वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बुधवार को न्यूनतम तापमान 4 और अधिकतम 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर को धूप खिलने से आमजन को राहत मिली। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अभी कुछ दिन और कोहरा छाया रहेगा। सुबह था घना कोहरा
सुबह छह बजे के आसपास घना कोहरा छाना शुरू हो गया जो 11 बजे तक रहा। सुबह नौकरी के लिए निकले आमजन को अपने वाहनों की लाइटें जलानी पड़ी। वाहन चालक धीरे-धीरे कोहरे को चीरते हुए आगे बढ़ रहे थे। वाहन चालकों को अधिक दिक्कत सड़कों पर खड़े रहने वाले वाहनों से भी हुई। सड़कों पर कई ऐसी भूसा ट्रैक्टर ट्रालियां थी जिनसे वाहन चालकों को बचने में बहुत मुश्किल हुई। कोहरे में बरतें सावधानी
-वाहन की हेड लाइट को लो बीम पर रखें, हो सके तो फाग लैंप का प्रयोग करें।
-ठंडक में गाड़ी के शीशे में जमा नमी को हीटर चलाकर दूर कर सकते हैं।
-कोहरे में ड्राइविग करते समय संगीत बंद कर हार्न सुनने को अलर्ट रहें।
-वाहन चलाते समय मार्ग पर बार-बार लेन बदलना घातक हो सकता है। कोहरे के साथ बढ़ा प्रदूषण
कोहरे का सीधा असर प्रदूषण के स्तर पर भी पड़ा। बुधवार को प्रदूषण के स्तर पीएम 2.5 (अति सूक्ष्म कण) का स्तर 364 तक पहुंच गया, जबकि रविवार को यह स्तर 300 से भी कम था। कोहरे की वजह से वातावरण में नमी आ जाती है, जिसकी वजह से भारी धूल कण अधिक ऊपर नहीं जा पाते। इन्हीं धूल कण की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश कुमार के अनुसार सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण के स्तर पर निगरानी की जा रही है।
सागरपुर गांव निवासी सूरज ने बताया कि कोहरा गेहूं की फसल के लिए अच्छा साबित होता है। क्योंकि सर्दी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। गेहूं के लिए जितनी ज्यादा सर्दी होती है, उसका उतना ही फायदा होता है। यदि सर्दी ऐसे पड़ती रही, तो निश्चित रूप से गेहूं का अच्छा उत्पादन होगा। उधर जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के क्षेत्रीय कृषि अधिकारी डा. आनंद कुमार के अनुसार कोहरा इस सर्दी के मौसम में बहुत कम पड़ा है। इसलिए अभी तक किसी भी फसल में कोई नुकसान नहीं है। कोहरा तो वैसे ही पानी होता है। पाले का जरूर सब्जियों में नुकसान होता है।