फरीदाबाद, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के लिए दिल्ली न्यू मोती बाग में पूर्वांचल सरस मेले का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन में प्रदेश से फरीदाबाद जिले की महिला धर्मवती और गुरुग्राम से सीमा अपने उत्पादों के साथ भाग लेंगी। इसके अलावा मेले में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, हिमाचल, पंजाब सहित अन्य राज्यों के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं भी भाग लेंगी। यह मेला 14 जनवरी से 17 जनवरी तक चलेगा।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के राज्य समन्वयक शिवम तिवारी ने बताया कि देशभर में लगने वाले कई प्रकार के मेले का आयोजन टल गया है। इसी प्रकार कई अन्य मंत्रालयों ने भी अपने कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। इस वजह से महिला स्वयं सहायता समूह के सामने संकट खड़ा हो गया है। इसलिए सरस मेले के आयोजकों ने स्वयं सहायता समूह की मदद करने के लिए इसे छोटे-छोटे स्तर पर आयोजित करने का निर्णय लिया है। अब 14 जनवरी से शुरू हो रहे सरस मेले में मूल रूप से फोकस पूर्वांचल राज्यों के उत्पादों पर रहेगा। उन्होंने बताया कि सरस मेला देश के अग्रणी मेलों में शुमार है। सरस के उत्पाद देश में काफी लोकप्रिय माने जाते हैं। ये उत्पाद गांव की सौंधी माटी से रूबरू कराते हैं। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों में सरस के लाखों चहेते ग्राहक हैं, जो हर वर्ष सरस मेलों का इंतजार करते हैं। इसी वजह से सरस शहरों में ग्रामीण संस्कृति का प्रतीक बन गया है। इसका आयोजन ग्रामीण विकास मंत्रालय व राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्था द्वारा किया जा रहा है।
शिवम तिवारी ने बताया कि हस्तशिल्प कला में माहिर मोहना गांव निवासी दयाराम की पत्नी धर्मवती द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तन इस मेले की शोभा बढ़ाएंगे। साथ ही गुरुग्राम में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई सीमा द्वारा बनाए गए बिस्किट, अचार व विभिन्न प्रकार के मुरब्बे भी ग्राहकों को खूब पसंद आने की उम्मीद है। दोनों महिलाओं ने मेले के लिए पूरी तैयारी कर ली है।