बीकानेर, विरेन्द्र सोनी : विरासत संवर्धन संगीत सभा, नई लाईन, करनाणी मौहल्ला, गंगाशहर के मासिक कार्यक्रम श्रंखला में आज चयनित प्रशिक्षु कलाकारों ने अपनी गायन कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री संगीत भारती के निदेशक डॉ. मुरारी शर्मा, विशिष्ठ अतिथि संगीत कला समीक्षक अशफाक कादरी, फिल्मकार मंजूर अली चन्दवानी, विशेष आमंत्रित कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार थे। सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। संगीत सभा की शुरुआत सभा के निदेशक, संगीतज्ञ पुखराज शर्मा ने गणेश वन्दना से की किरण सैन ने राग अभोगी कान्हड, मानसी तिवाडी ने कबीर का भजन, गोपाल चांवरिया ने गजल ‘अन्धे ख़्वाबों को उसूलों का तराजू दे दे, उर्मिला ने लोकगीत ‘बाईसा रा बीरा’, ओमी पंचारिया ने गजल ‘ए हुस्न बेपरवाह’, अंशु शर्मा ने राजस्थानी लोकगीत ‘हांजी ओ बादीला’, मुकेश चांवरिया ने राग मधुवंती में बन्दिश, सुनीता स्वामी ने ‘बाजे रे मुरलिया बाजे रे’ गीत, सोमेश जावा ने गजल ‘टूट जाए ना भरम’, सरिता स्वामी ने ठुमरी ‘हमरी अटरिया पे’, कमल सुथार ने सूरदास का भजन ‘अब तो प्रगट भई जग जानी, बजरंगलाल जोशी ने राग तिलक कामोद में बंदिश ‘नीर भरन’, पींटू स्वामी ने गजल एवं भारती जोशी ने भी अपने गीतों की प्रस्तुति दी । हारमोनियम पर दानिश अली ने राग देश मधुवंती प्रस्तुत की । मुख्य अतिथि डॉ.मुरारी शर्मा ने कहा कलाकारों को रियाज करना आवश्यक है । वह जितना अधिक रियाज करेगा उसकी प्रस्तुति उतनी ही शानदार होगी । आज की इस सभा में कलाकारों को चार विषय दिए गए थे जिन पर सभी कलाकार खरे उतरे, इन कलाकारों का भविष्य उज्ज्वल दिखता है । संगीत कला समीक्षक अशफाक कादरी ने कहा कि बीकानेर में श्री संगीत भारती ने कई कलाकार दिए । संगीत को अमर करने वाली श्री संगीत भारती से निकले ये कलाकार अब नई प्रतिभाओं को संगीत का प्रशिक्षण देकर अच्छा काम कर रहे हैं। कादरी ने खेल जगत में बीकानेर के संगीत योगदान की विस्तार से चर्चा की। फिल्मकार मंजूर अली चन्दवानी ने कहा मैं हतप्रभ हूं कि इस संगीत सभा ने कलाकारों को संगीत का अच्छा ज्ञान दिया मैने अभी इनकी प्रस्तुति सुनी, कई सुर तो फिल्म जगत में काम आने वाले हैं इन्हें और अच्छा प्रयास करना चाहिए। विशेष आमंत्रित कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि बीकानेर के उप नगर गंगाशहर में श्री पुखराज शर्मा और श्री संगीत भारती के उपाध्यक्ष मोहनलाल मारु के सानिध्य में कलाकारों को तराशने का काम विरासत संवर्धन संगीत सभा के बैनर तले अच्छे ढंग से हो रहा है। संगीत का बेसिक ज्ञान ही कलाकार को उत्तम कोटि का कलाकार बनाता है। संस्थान के पुखराज शर्मा ने कहा कि मैं आभार मानता हूं गोस्वामी साउंड सिस्टम के कमल गोस्वामी का जिन्होंने बच्चों के लिए अच्छे साउंड सिस्टम के साथ फ्री सर्विस दे रहे हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संस्था अध्यक्ष डालचन्द सेवग ने कलाकारों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों की प्रसंशा की। कार्यक्रम में गुलाम हुसैन, ताहिर हुसैन ने तबले पर संगत की, हारमोनियम पर पुखराज शर्मा ने और ऑक्टोपेड पर सहादत अली ने संगत की। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लोकगायिका राजकुमारी मारु, नृत्यांगना राज भारती शर्मा, समाजसेवी हनुमान कच्छावा, वीरेन्द्र सोनी आदि कई गणमान्यजन मौजूद थे कार्यक्रम का शानदार सफल संचालन दिल्ली से आई सारिका कोठारी ने किया ।