बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेकुलर) के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने गुरुवार को कहा कि जनता परिवार के दलों का विलय नरेंद्र मोदी की सरकार को अस्थिर करने के लिए नहीं बल्कि उसके चुनावी वायदों को पूरा करने की विफलता की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया है।
देवगौड़ा ने कहा कि जनता परिवार संसद के भीतर और बाहर किसानों, मजदूरों और गरीबों की समस्याओं को उजागर करेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनने के एक साल बाद भी किसान खुदकुशी कर रहे हैं। बहुदलीय गठबंधन के चल नहीं पाने के पुराने उदाहरण देने पर देवगौड़ा ने यहां कहा कि यह कांग्रेस की विफलता है। 2जी घोटाला और कोलगेट से भाजपा को पिछले लोकसभा चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने में मदद मिली। उसके बाद भी मोदी की सरकार के साथ कई क्षेत्रीय दल जुड़े थे।
नेतृत्व के मुद्दे पर बहुदलीय गठबंधन नहीं चल पाने की धारणा पर उन्होंने कहा कि 130 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी पहले कितनी बार टूटी है? एक अन्य प्रश्न पर देवगौड़ा ने कहा कि जनता परिवार की अगुवाई मुलायम सिंह यादव द्वारा करने पर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि मुलायम वरिष्ठ नेता हैं। हम सभी ने उनके नेतृत्व को स्वीकार किया है। इस पर कोई विवाद नहीं है।