मध्यप्रदेश, राजकुमार शुक्ला : हीरा कंपनी कर सकती है भविष्य में बकस्वाहा के जंगलों का स्वाहा। पशु पक्षी जानवर हो जाएंगे बेघर। यहां पर पाए गए आदिवासी समुदाय के शैल चित्र अमित भटनागर ने बताया है कि अगर ये शैल चित्रों को विश्व धरोहर में शामिल किया गया तो बक्सवाहा बन जाएगा विश्व पर्यटक स्थल हजारों की संख्या में यहां आएंगे पर्यटक हमारे जिले में बक्सवाहा के जंगल में 25 से 20 हज़ार ईसा पूर्व के शैल चित्र है, जबकि भीमबेटका में 12 हज़ार साल पुराने शैल चित्र को विश्व स्मारक में शामिल किया गया है, हमें इन आदिम शैल चित्रों को संरक्षित करने व इनको विश्व स्मारक घोषित कराने हेतु मुहिम का हिस्सा बने। खजुराहो से जटाशंकर और भीमकुंड की आग की खोज के पहले के इन प्रागैतिहासिक शैल चित्रों के साथ जो पर्यटन पैकेज बनेगा उससे बुंदेलखंड बेरोजगार और व्यापार की बढ़ोतरी होगी।