झज्जर, नगर संवाददाता: डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि मछली पालन का व्यवसाय आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में काफी सहयोगी है। ग्रामीण परंपरागत फसलों की अपेक्षा मछली पालन का व्यवसाय अपनाकर सरकार की ओर से दी जाने वाली अनुदान राशि से लाभांवित होकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ बना सकते है।
डीसी ने कहा कि मछली पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने जिले के बेरोजगार लोगों विशेषकर युवाओं का आह्वान किया है कि वे मत्स्य पालन व्यवसाय शुरू करके स्वयं का रोजगार स्थापित करें तथा अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएं। उन्होंने कहा कि नीली क्रांति के नाम से ज्ञात मछली पालन कार्य को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने मछली पालन विभाग की प्रगति रिपोर्ट का ब्यौरा देते हुए बताया कि विभाग द्वारा चालू वित्त वर्ष के जनवरी मास तक जिला में 12995.20 टन मत्स्य उत्पादन हुआ जबकि इस कार्य से 215 लोगों को स्वरोजगार प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जिले के 500 तालाबों के 1027.5 हैक्टेयर क्षेत्र में 116.60 लाख मछली बीज का स्टाक किया गया। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 230 मत्स्य पालकों को ट्रेनिंग दी गई है जिसमें अनुसूचित जाति के 126 लाभार्थी है।