गुरुग्राम, नगर संवाददाता: नवगठित मानेसर नगर निगम क्षेत्र के गांवों में सीवर नेटवर्क नहीं होने से स्थानीय बाशिदों को परेशानी हो रही है। मानेसर के नजदीकी गांवों में कुछ कंपनियों ने सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) के तहत सीवर की लाइनें बिछाई थीं, लेकिन ये लाइन मुख्य सीवर लाइन या सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जुड़ी नहीं होने से गांवों में भी गंदगी फैल रही है। नगर निगम अधिकारियों द्वारा गांवों का सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद सीवर नेटवर्क बिछाने के लिए निगम द्वारा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी। हालांकि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई कार्य शुरू कर दिए गए हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर सीवर लाइनों के लिए टेंडर लगाए गए हैं। ये गांव हैं मानेसर निगम में शामिल
मानेसर नगर निगम में मानेसर शहरी एवं ग्रामीण, कासन, खोह, नाहरपुर कासन, नवादा फतेहपुर, ढाणा, बासकुसला, बास हरिया, कांकरौला, भांगरौला, ढ़ोरका, वजीरपुर, बढ़ा, सिकंदरपुर, ढ़ाणी रामपुर, शिकोहपुर, नखड़ौला, बार गुर्जर, नौरंगपुर, मेवका, हयातपुर, सहरावन, नैनवाल, कुकड़ौला, झुंड सराय आबाद, झुंड सराय विरान, फैजलवास, गोपालपुर और गढ़ी हरसरू शामिल हैं। गुरुग्राम निगम के भी 16 गांवों में भी विकास कार्यों का इंतजार
नगर निगम में हाल ही में बजघेड़ा, मोहम्मदहेड़ी, दौलताबाद, धनकोट, उल्लावास, बहरामपुर,भोंडसी, कादरपुर, बाबुपुर, धर्मपुर, खेड़की माजरा, पलड़ा, नंगली उमरपुर, धुमसपुर, नया गांव और मैदावास को शामिल किया गया है। इन 16 गांवों में भी पेयजल और सीवर लाइन बिछाने की जरूरत है। – मानेसर निगम क्षेत्र में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए जनप्रतिनिधियों की एक कमेटी तैयार की जाएगी। अधिकारियों की भी नियुक्ति हो रही है। जल्द ही विकास कार्य शुरू किए जाएंगे।