आयुर्वेद की ज्ञान संपदा हमारी धरोहर है : कमिश्नर डॉ. भार्गव

रीवा/नगर संवाददाता : आयुर्वेद की ज्ञान संपदा हमारी धरोहर है जिस पर प्रत्येक भारतवासी को गर्व होना चाहिए और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के प्रचार-प्रसार, विस्तार तथा सामाजिक चेतना जागृत करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। आज के बदले हुए परिवेश में प्रत्येक व्यक्ति अपनी बीमारी से तत्काल निजात पाना चाहता है जिसे एलोपैथिक दवाओं से राहत तो मिल सकती है किंतु बीमारी का कारण समाप्त नहीं होता है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में बीमारी के कारणों को प्राथमिकता देते हुए इलाज किया जाता है ताकि भविष्य में वह बीमारी जड़ से समाप्त हो जाए।’
उक्त बात रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने शासकीय स्वशासी आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी जयंती के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे पखवाड़े के अंतर्गत औषधीय पौधों की प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए कही। यह प्रदर्शनी 14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक प्रातः 10.30 बजे से सांय 5 बजे तक आमजनों के अवलोकन हेतु खुली रहेगी

प्रदर्शनी के माध्यम से पौधों से मिलने वाली विभिन्न औषधियों की जानकारी दी जा रही है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया जा रहा है। प्रदर्शनी में पेड़ लगाओ, देश बचाओ, जीवन बचाओ एक पेड़ एक जिंदगी जैसे वाक्यों के माध्यम से लोगों को औषधि महत्व के पौधों के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
डॉ. भार्गव ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हमारे विद्यार्थी जो आयुर्वेद के ज्ञान और औषधियों से परिचित नहीं है उन्हें आयुर्वेद औषधियों की जानकारी प्रदर्शनी के माध्यम से अवगत कराना है। इस महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शनी में बड़ी लगन, मेहनत और उत्साह से काम किया गया है

उन्होंने
प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं से चर्चा कर औषधीय महत्व के पौधों के बारे में जानकारी ली और उन्हें इसी तरह रचनात्मक कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया। प्रदर्शनी के शुभारंभ के बाद डॉण् भार्गव ने आयुर्वेद महाविद्यालय में औषधीय प्रयोगशाला, औषधीय भंडार कक्ष, संहिता सिद्धांत विभाग, स्वस्थ वृत विभाग एवं कक्षाओं का निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं से चर्चा की। उन्होंने छात्र.छात्राओं को स्वस्थ रहने योग करने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉण् दीपक कुलश्रेष्ठ ने बताया कि धनवंतरी पखवाड़े के अंतर्गत 16 अक्टूबर को मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा एवं 18 अक्टूबर को आयुर्वेद के प्रति जन जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से महाविद्यालय से एक रैली निकाली जायेगी जो शहर के पद्मधर पार्क पर जाकर समाप्त होगी।
महाविद्यालय के प्रचार्य द्वारा आमजनों, छात्र-छात्राओं, गणमान्य नागरिकों, प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों आदि सभी से प्रदर्शनी का अवलोकन करने एवं मैराथन दौड़ तथा रैली में भाग लेने की अपील की गई है।
प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर अधीक्षक आयुर्वेद चिकित्सालय डॉ. निधि मिश्रा, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. ओपी द्विवेदी, डॉ. पवन किरार, डॉ. एसएन त्रिपाठी, डॉ. प्रभंजन आचार्य. डॉ. विकास खरे, डॉ. श्रीराम द्विवेदी मौजूद थे।

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