सनसनीखेज आरोप, दिग्विजय एक नंबर के ब्लैकमेलर, रेत, शराब के अवैध कारोबार में शामिल

मध्य प्रदेश/नगर संवाददाता : भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में दिग्विजय सिंह को लेकर महाभारत छिड़ गई है। दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कमलनाथ सरकार में वनमंत्री उमंग सिंघार ने अब सभी सियासी मर्यादा और अनुशासन तोड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री को ब्लैकमेलर नेता बता डाला है। मीडिया से बात करते हुए उमंग सिंघार ने कहा कि दिग्विजय सिंह के इशारे पर प्रदेश में रेत का अवैध खनन और अवैध शराब का कारोबार हो रहा है। मंत्री सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि 10 साल वनवास काटने वाले दिग्विजय सिंह अब सत्ता की मलाई काटने के लिए आ गए हैं।

उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कमलनाथ सरकार को स्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्विजय मध्यप्रदेश में एक पॉवर सेंटर बनकर सरकार को अस्थिर करना चाह रहे हैं। उन्होंने दिग्विजय सिंह के मंत्रियों को लिखे पत्र पर भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जब दिग्विजय सिंह के 90 फीसदी काम फोन पर हो रहे हैं तो चिट्ठी क्यों लिख रहे हैं।

सिंघार ने दिग्गी पर निशाने साधते हुए कहा कि उनको नहीं पता कि दिग्विजय सिंह को पैसों की इतनी भूख क्यों है, अब जब अपने बेटे को सेट कर दिया तो फिर क्यों दखल दे रहे हैं। इस उम्र में उन्हें अब हरि नाम का भजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह दिग्विजय सिंह की शिकायत लेकर कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली जाएंगे और उनके सामने पूरी स्थिति स्पष्ट करेंगे।

उमंग सिंघार ने कहा कि दिग्विजय अपने बयानों के जरिए पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या दिग्विजय सिंह फिर से मुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष बनना चाह रहे हैं तो खुलकर अपनी बात सामने रखें। वहीं वनमंत्री ने कहा कि वह न कभी प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल थे और न प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहते हैं।
इस बीच पार्टी में मचे इस खींचतान के बाद अब खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ एक्टिव हो गए हैं। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर जल्द ही कोई बड़ा एक्शन ले सकते हैं। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ वनमंत्री उमंग सिंघार के सीधे मोर्चा खोलने से मुख्यमंत्री बेहद नाराज बताए जा रहे हैं और जल्द ही उमंग सिंघार के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।

अरुण यादव ने भी खोला मोर्चाः कांग्रेस में मचे घमासान में अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी कूद पड़े है। अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश में 15 सालों तक ईमानदार पार्टीजनों के साथ किए गए संघर्ष के बाद 8 महीनों में जो स्थितियां सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए बहुत व्यथित हूं, यदि इतनी जल्दी इन दिनों का आभास पहले ही हो जाता तो शायद जान हथेली पर रखकर जहरीली और भ्रष्ट विचारधारा के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ता, बहुत आहत हूं।
भाजपा ने ली चुटकी: कांग्रेस में मची कलह पर भाजपा ने चुटकी ली है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मंत्री उमंग सिंघार पूर्व नेता प्रतिपक्ष जमुनादेवी के भतीजे हैं। उन्होंने कहा कि जैसा उनका नाम वैसे ही निडर होकर काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश की स्थिति को हास्यापद बताते हुए कहा कि राज्यपाल से इन स्थितियों पर संज्ञान लेने का अनुरोध करेंगे।

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