कोलकाता, पश्चिम बंगाल/ऋषवः अर्थिक संकट से जूझ रहे झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में एक आदिवासी ने घर का चूल्हा जलाने के लिए अपने मासूम बच्चे को 100 रूपये में सौदा कर डाला। गांव के मुखिया से मिली इस जानकारी के बाद पुलिस बच्चे की बरामदी की कोशिश में जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक ममाला धोलाबाड़ा पंचायत के बारूनिया गांव डुमरिया क्षेत्र का है। यहां के मुखिया सहदेव मुर्मू बताते हैं कि बारूनिया के मालीगोड़ा टोला निवासी भोटा सबर के छह बच्चे है। हाल ही में उसकी बीबी की मौत हो गई, जिसके बाद से घर में कमाने वाले दो से एक हो गए है। साथ्ज्ञ ही भोटा के हाथ में गहरी चोट लगने के कारण वह इन दिनों काम नहीं कर पा रहा है। उसका परिवार दाने-दाने को बीबी की मौत के बाद से मोहताज हो गया है। यहां तक कि वह बच्चों को एक वक्त का खाना भी ठीक से नहीं खिला पा रहा है। हालांकि गांव के मुखिया सहदेव मुर्मू ने डुमरिया के बीडीओ को भोटा सबर को आर्थिक सहायता दिलाने की कोशिश की थी, परंतु बीडीओ मृत्युंजय कुमार का कहना है कि वह आर्थिक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इसी बीच भीटा सबर ने अपने बच्चे को बेच दिया।