फरीदाबाद, नगर संवाददाता : न्यू टाउन रेलवे स्टेशन के समीप संजय नगर में रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से बसीं झुग्गियों हटाने के लिए बुधवार को तोड़फोड़ की गई। दोपहर तक रेलवे ने अपनी 10 हजार स्क्वायर मीटर जमीन कब्जा मुक्त करा ली थी। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के स्टे आर्डर की प्रति दिखाने से कार्रवाई रुक गई। मजदूर आवास संघर्ष समिति तोड़फोड़ पर स्टे लेने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। मौके पर जीआरपी, आरपीएफ एवं दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स भारी संख्या में तैनात थी। रेलवे ने तोड़फोड़ के लिए 10 अर्थमूवर लगाई थी।
रेलवे ने न्यू टाउन रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बसी संजय नगर झुग्गियों को 29 सितंबर को तोड़ने का फैसला किया था। झ़ुग्गियां तोड़ने से पूर्व रेलवे ने बस्ती में कई जगह नोटिस चस्पा कर दिए थे। बुधवार को आठ बजे तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू हुई। इससे पूर्व कांग्रेस नेता बलजीत कौशिक सहित झुग्गीवासियों ने तोड़फोड़ को रोकने का प्रयास किया। लोग अर्थमूवर को झुग्गियों में प्रवेश नहीं करने दे रहे थे। कई लोग अर्थमूवर पर चढ़ गए। पुलिस ने लोगों को अर्थमूवर से हटाकर तोड़फोड़ को अंजाम दिया। तोड़फोड़ के दौरान रेलवे की ओर से क्षेत्रीय अधिकारी तुगलकाबाद भावना जैन, एईएन विनय मौजूद रहे, जबकि जीआरपी ओर से डीएसी साकिर हुसन, एसीपी मुनीश सहगल, जीआरपी थाना प्रभारी सूरतपाल मौजूद रहे। वहीं, जिला प्रशासन की ओर से बड़खल नायब तहसीलदार जसवंत सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था।
न्यू टाउन स्टेशन अधीक्षक संजय राघव ने बताया कि 16 हजार स्क्वायर मीटर क्षेत्र में 730 झुग्गियों को हटाया जाना था। इनमें से 480 झुग्गियों को तोड़कर रेलवे के 10 हजार स्क्वायर मीटर क्षेत्र को कब्जा मुक्त करा लिया गया है। तोड़फोड़ के दौरान मनोज नेगी, मुकेश गुप्ता, थाना सेक्टर सात प्रभारी दिनेश कुमार, आइओडब्ल्यू एके गुप्ता और देवेंद्र बघेल मौजूद रहे।
संजय नगर में तोड़फोड़ रुकवाने के लिए मंगलवार को मजदूर आवास संघर्ष समिति ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, पर कोर्ट ने सुनवाई को खारिज कर दिया था। इसके बाद समिति ने देर रात सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसकी सुनवाई बुधवार को हुई। कोर्ट ने अगली सुनवाई तक यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद तोड़फोड़ रोक दी गई। अगली सुनवाई बृहस्पतिवार को होनी है। नायब तहसीलदार ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे कार्रवाई रोकने के निर्देश मिले।