नई दिल्ली, नगर संवाददाता: कोरोना काल में छात्र कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उच्च शिक्षण संस्थान बंद हैं। पढ़ाई और परीक्षा आनलाइन संचालित की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को पढ़ाई के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आइआइटी दिल्ली) ने जरूरतमंद छात्रों की मदद का बीड़ा उठाया है।
स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएट डीन प्रो. रीतिका चोपड़ा ने बताया कि अब तक 250 छात्रों को डोंगल भेजा जा चुका है। शुरुआत में छात्रों को दस महीने के लिए इसे रिचार्ज करके दिया गया था। छात्र प्रतिदिन तीन जीबी डेटा का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि अब जिन छात्रों को डोंगल दिया जा रहा है, उसे तीन माह के लिए रिचार्ज कराया जा रहा है। दरअसल, आइआइटी चरणबद्ध तरीके से छात्रों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दे रहा है। प्रो. रीतिका चोपड़ा की मानें तो अभी तक 150 से अधिक छात्रों को टैब भी दिया जा चुका है। ये छात्र उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य राज्यों के हैं। इनमें ग्रामीण इलाकों के छात्रों की संख्या ज्यादा है।
आइआइटी निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने कहा कि जरूरतमंद छात्रों की मदद की हरसंभव कोशिश की जा रही है। कोरोना काल में डिजिटल डिवाइस के जरिये ही पढ़ाई संभव है। हम टैब उपलब्ध करा रहे हैं। इसमें माइकल और सुसान डेल फाउंडेशन (एमएसडीएफ) ने अहम योगदान दिया है।
डीयू खोलने की मांग को लेकर छात्रों की भूख हड़ताल
दिल्ली विश्वविद्यालय को खोलने की मांग को लेकर छात्र संगठन आइसा के नेतृत्व में 11 छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ये छात्र बुधवार से 48 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं। आइसा पदाधिकारियों ने बताया कि डीयू आर्ट फैकल्टी के बाहर छात्र बैठे हुए हैं। पूरा दिन गुजरने के बावजूद किसी अधिकारी ने छात्रों की समस्या को पूछना जरूरी नहीं समझा।