गुरुग्राम, नगर संवाददाता: जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि वायु प्रदूषण एक बड़ा मुद्दा है। इसके समाधान को लेकर प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाएगा। वायु की गुणवत्ता को सुधारने के लिए 2-3 माह ही नहीं बल्कि पूरे साल गतिविधियां चलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सभी क्षेत्र को लोगों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
उपायुक्त ने कहा कि कई बार प्रदूषण का कारण जलवायु परिवर्तन भी होता है। धूल उत्सर्जन एक महत्वपूर्ण कारक है जो वायु की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। धूल उत्सर्जन कई निर्माण गतिविधियों या सड़क पर उड़ने वाले धूल के महीन कणों से होता है। उसे कम करना आवश्यक है। इसके लिए सड़कों पर रोजाना पानी का छिड़काव, वायु गुणवत्ता का निरीक्षण आदि किया जा सकता है।
उपायुक्त ने बताया कि सरकार द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए एयर कमीशन का गठन किया गया है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर उपायुक्त ने कहा कि इसे लेकर एक व्यवस्था के तहत काम किया जाएगा, जिससे लोगों को असुविधा न हो। जिला प्रशासन का कर्तव्य है कि वह लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दें। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की जिम्मेदारी वाहन विक्रेताओं को देने से भी इसका समाधान हो सकता है।