फरीदाबाद, नगर संवाददाता: बीपीएल सर्वे रिपोर्ट में अगर कोई गड़बड़ी मिली तो नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता(जेई)नपेंगे। जेई को अब सर्वे रिपोर्ट के साथ एक पत्र संलग्न करना होगा, जिसमें यह सत्यापित किया जाएगा कि उनकी जानकारी के अनुसार रिपोर्ट बिल्कुल सही है। नगर परियोजना अधिकारी कार्यालय में जेई की ओर से गलत रिपोर्ट तैयार करने संबंधी शिकायतें आने के बाद सर्वे रिपोर्ट सत्यापित किया जाना अनिवार्य गया है।
बता दें कि नगर निगम क्षेत्र में बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिए लोग आनलाइन आवेदन कर रहे हैं। आवेदन के बाद संबंधित वार्ड के जेई आवेदक के घर जाकर रिपोर्ट तैयार करते हैं। यह रिपोर्ट नगर परियोजना अधिकारी के कार्यालय को सौंपी जाती है। इसके बाद बीपीएल कार्ड बनाया जाता है। जेई को देखना होता है कि क्या आवेदक बीपीएल कार्ड का हकदार है या नहीं। वार्ड नंबर 15 के पार्षद संदीप भारद्वाज ने नगर परियोजना अधिकारी कार्यालय में इसकी लिखित शिकायत दी है कि जेई उनके वार्ड में बीपीएल सर्वे की गलत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। पिछले दिनों एसी नगर और मिल्हार्ड कालोनी में भी कई शिकायतें आई थीं।
जेई गलत रिपोर्ट से आवेदकों को पहुंचा रहे लाभ
ऐसी कई शिकायतें आई हैं कि जो लोग बीपीएल कार्ड बनवाने के हकदार नहीं है, वे भी आवेदन कर रहे हैं। जेई अपनी रिपोर्ट के आधार पर उन्हें लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दिनों गलत रिपोर्ट के आधार पर ओल्ड फरीदाबाद में एक परिवार का बीपीएल कार्ड बनाया गया था, जिसे दोबारा सर्वे करके जांच में गलत पाया गया और कार्ड को रद किया गया था। जांच में यह बात सामने आई कि परिवार का मुखिया कई दुकानों और कारों का मालिक है।
15 हजार से कम आय वाला ही कर सकता है आवेदन
बीपीएल राशन कार्ड के लिए वे लोग ही आवेदन कर सकते हैं, जिनके परिवार की मासिक आय 15 हजार रुपये से कम हो। घर में फ्रिज और चार पहिया वाहन न हों।
जेई की ओर से गलत सर्वे रिपोर्ट तैयार करने संबंधी कई शिकायतें आ रही हैं। इसलिए अब हम हर रिपोर्ट के साथ जेई से लिखवा कर पत्र ले रहे हैं कि उनकी जानकारी के अनुसार रिपोर्ट सही है। रिपोर्ट में खामी मिली, तो जेई की जिम्मेदारी होगी।