नगीना, नगर सवंाददाता: जिले में कार्यरत आयुष्मान मित्रों का मानदेय पिछले 10 माह से नहीं मिला है, जिससे इन कर्मचारियों को घर चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में मित्रों द्वारा विभाग के उच्चाधिकारियों को भी समस्या से अवगत कराया जा चुका है लेकिन अभी भी कार्यवाही नहीं की गई।
मांडीखेड़ा में कार्यरत आयुष्मान मित्रों ने बताया कि उनको पिछले 10 माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि यदि जल्द ही उन्हें वेतन दे दिया जाए तो घर खर्च में परेशानी नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि वे लगातार लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का काम कर रहे हैं। लोगों को समय-समय पर जागरूक भी करने का काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को 5 लाख तक के इलाज का लाभ दिला सके। उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना से गरीब लोग अपना इलाज किसी भी बड़े अस्पताल में करा सकते हैं। इससे उनकी अच्छी देखभाल भी होगी और पैसा भी सरकार खर्च करेगी। इसलिए सभी को यह आयुष्मान कार्ड बनवाने जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अभी भी जिले के लोग इस संदर्भ में जागरूक नहीं हैं। सभी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि किसी भी कार्य दिवस में जिला अस्पताल में आकर इसकी पूरी जानकारी ले सकते हैं और अपना कार्ड बनवा सकते हैं, ताकि इस योजना का लाभ उठा सकें।
वेतन नहीं मिलने की शिकायत करते हुए उन्होंने रोष भरे शब्दों में कहा कि इतना काम करने के बाद भी समय पर वेतन ना मिलना अच्छे संकेत नहीं हैं। विभाग को जल्द से जल्द उनका वेतन दे देना चाहिए, ताकि हम भी अपने बच्चों का पालन-पोषण सही प्रकार से कर सकें। आयुष्मान मित्रों के वेतन से संबंधित जानकारी उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। उम्मीद है जल्द ही इन मित्रों का वेतन डाल दिया जाएगा। विभाग किसी भी हालत में कर्मचारियों को परेशानी में नहीं देख सकता।