महेन्द्रगंढ़, हरियाणा/नगर संवाददाताः गरीबों का जब दो से तीन महीने का राशन गबन होने लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत नांगल चैधरी स्थित कार्यालय में कई बार की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि मामला मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद राशन के घोटाले में संलिप्त दलाल व निरीक्षक ने भी मामले को दबाने के लिये भागदौड़ शुरू कर दी है। साथ ही डिपो होल्डरों में भी खलबली मच गई है क्योंकि वे भी मोटा घोटाला कर चुके थे। ये अधिकारी गरीब ग्रामीणों को अपने पक्ष में बोलने के लिए जी-जान से कोशिश में लगे हैं।