नई दिल्ली, नगर संवाददाता: कोराना के बाद व्यापारियों पर लादे जा रहे नगर निगम के कन्वर्जन और पार्किंग चार्ज को खत्म कर व्यापारियों को दीवाली पर राहत देना चाहिए। दक्षिणी निगम के मध्य जोन के अध्यक्ष रहे, पूर्व निगम पार्षद खविंदर सिंह कैप्टन ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस समय दिल्ली के व्यापारियों की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। ऐसे में निगम की ओर से स्वास्थ्य, व्यापार और जनरल लाइसेंस की फीस मांफ होनी चाहिए। दो साल के लिए इस माफी की मांग पर कैप्टन ने कहा कि इससे व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी और इसे दीवाली पर एक तोहफा माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि नगर निगम को रिन्यूल फीस भी माफ कर देना चाहिए। चूंकि कोरोना में व्यापारियों की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। लोगों ने अपने घरों से बचत के पैसे से अपने कर्मचारियों को वेतन देकर सहायता देने का काम किया है ऐसे में निगम को भी दरियादिली दिखाते हुए व्यापारियों के लिए इस प्रकार की फीस और चार्ज को मांफ करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तरी निगम के नेता सदन, छैल बिहारी गोस्वामी द्वारा अपने ही निगम नेताओं पर आरोप लगाना चौकाने वाली बात है! कारोबारियों को मूर्ख बनाया जा रहा है। ट्रेड लाइसेंस फीस, बढ़ोतरी का प्रस्ताव 42 दिन पहले ही पास हो चुका है लेकिन आज तक बढ़ी हुई दरों पर टैक्स वसूला जा रहा है।
उन्होने कहा कि विपक्ष के नकारात्मक रवैए के कारण ही निगम में सत्तारूढ़ दल अपने हिसाब से प्रस्ताव पास कर रहे हैं ! तीनोनगर निगम में आम आदमी पार्टी विपक्ष की भूमिका में है, दिल्ली में भी आप की सरकार है ! बावजूद इसके नगर निगम इस समय सुस्त पड़ा हुआ है! सत्तारूढ़ भाजपा व्यापारियों को किसी भी रूप में रहम देने की नीति नहीं ला रही है, विपक्ष को भी सशक्त भूमिका निभाते हुए सत्तारूढ़ दल पर दबाव बनाना चाहिए और व्यापारियों के ऊपर लादे जा रहे कर को माफी की घोषणा तुरंत करवानी चाहिए!