भोपाल, नगर संवाददाता : मध्य प्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने गुरुवार को प्रदेश के 23वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली और कार्यभार संभाला। मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने उन्हें राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। समारोह का आरंभ एवं समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके बाद राज्यपाल मंगूभाई पटेल को सम्मान गारद द्वारा सलामी दी गई। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल लालजी टंडन के निधन के बाद 24 जुलाई 2020 से उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल प्रदेश का प्रभार संभाल रही थीं।
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में आयोजित किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश की कार्यवाहक राज्यपाल और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, वित्त, वाणिज्यिक कर, मंत्री जगदीश देवड़ा, वन मंत्री विजय शाह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, राज्यपाल के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी सहित विशिष्ठ अतिथि उपस्थित थे।
राज्यपाल मंगूभाई पटेल का जन्म एक जून 1944 को गुजरात के नवसारी में हुआ था। वे नवसारी से पांच बार और गणदेवी से एक बार विधायक रहे। उन्होंने 27 वर्ष तक विधायक के रूप में काम किया है। वे वर्ष 1997 से 2002 तक आदिमजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री तथा वर्ष 2002 से 2012 तक आदिवासी कल्याण, वन और पर्यावरण मंत्री रहे हैं।
सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो नाराज हो गए वन मंत्री
राज्यपाल के शपथ समारोह में शामिल होने राजभवन पहुंचे वन मंत्री विजय शाह उस वक्त नाराज हो गए, जब उनके वाहन को सुरक्षाकर्मियों ने राजभवन के मुख्य द्वार पर रोक दिया। मंत्री लाइट ग्रीन कलर की कार क्रमांक एमपी 02 एवी 2120 से राजभवन पहुंचे थे। यह वाहन सरकारी तो था, पर मंत्री को आवंटित वाहन नहीं था और न ही मंत्री मौजूद होने पर वाहन में लगने वाला राष्ट्रीय ध्वज लगा था। इसलिए सुरक्षाकर्मियों ने राजभवन के प्रोटोकॉल के तहत वाहन को मुख्य द्वार पर रोक दिया। इससे मंत्री भड़क गए और वाहन से उतरकर सुरक्षाकर्मियों पर बरस पड़े। इतना ही नहींए नाराज मंत्री पैदल ही शपथ समारोह में जाने के लिए चल पड़े। आखिर द्वार पर खड़े पुलिस अधिकारियों ने मंत्री को मनाया और वाहन में बैठाकर राजभवन में प्रवेश कराया।
आनंदीबेन पटेल की विदाई गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का जुलाई 2020 में निधन हो गया था। इसके बाद से यहां के राज्यपाल का प्रभार पिछले एक साल से उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास था। बुधवार देर शाम राजभवन में उन्हें विदाई दी गई।