नई दिल्ली, नगर संवाददाता: एम्स दिव्यांग फेडरेशन ने एम्स के निदेशक डाक्टर रणदीप गुलेरिया को पत्र लिखा है। पत्र में फेडरेशन की ओर से कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले एम्स के इंजीनियरिंग व अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के स्वजनों को एम्स के विशेष फंड से 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही तत्काल प्रभाव से मृतकों के आश्रित को नौकरी देने की भी बात कही है। फेडरेशन के अध्यक्ष संत देव चैहान ने बताया कि एम्स में कोरोना काल से पहले कार्यरत लोगों की मौत के बाद उनके आश्रितों को कई साल गुजरने के बाद अभी तक नौकरी नहीं मिली है। इसलिए कोरोना से जान गंवाने वालों के आश्रितों के साथ ऐसा न हो। इसके लिए दिव्यांग फेडरेशन प्रयासरत है। चैहान ने आगे बताया कि उन्होंने निदेशक को पत्र लिखकर यह भी मांग की है कि एम्स में काम करने वाले सभी लोगों के स्वजनों को भी वरीयता के आधार पर एम्स में टीका लगवाया जाए। जिससे एम्स में कार्यरत लोगों के घर पहुंचने पर उनके स्वजनों के संक्रमित होने का खतरा कम हो और वे भी सुरक्षित महसूस करें। उल्लेखनीय है कि अस्पतालों में कार्यरत डाक्टर, स्वास्थ्यकर्मी व अन्य विभागों में कार्यरत लोगों का पहले चरण में ही टीकाकरण हो चुका है। लेकिन उनके स्वजनों (18-44) को अभी तक टीका नहीं लग सका है।