बांदा, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: जनपद में एक और जहां तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वही भीड़ भरे स्थानों पर लापरवाही इस कदर बढ़ गई है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही भूल गए। आज दो दिन बाद जब बैंक खुले तो बैंकों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इनमें अधिकांश लोग न तो मास्क लगाए हुए थे और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं। बताते चलें कि, बांदा में पिछले 3 दिनों से हर दिन एक से एक सैकड़ा से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। जिले का हर गांव और शहर के हर मोहल्ले में संक्रमित व्यक्ति निकल चुके हैं। इस समय कोरोना से संक्रमित लगभग 45 लोग अपनी जान गवा चुके हैं और अभी भी 563 व्यक्ति संक्रमित बने हुए हैं। शासन द्वारा लगातार टोटल डिस्टेंस का पालन करने और लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके बाद भी लोग कोविड-19 के नियमों का पालन नही कर रहे हैं। आज दो दिन बाद जब बैंक खुले, सभी बैंकों में कोविड-19 की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई। भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पुलिस अधीक्षक कार्यालय से चंद्र कदम दूरी पर स्थित है। इसके बाद भी इस बैंक में बाहर तक लाइन लगी हुई थी। पहले की तरह न तो इन्हें सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए गोले में खड़ा किया गया और न ही दूरी बनाने के लिए कहा गया। कमोवेश यही स्थित इंडियन बैंक में भी देखने को मिली। इसी तरह कचहरी में और तहसील परिसर में बादकारियों कार्यों की भीड़ में ज्यादातर लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे। सब्जी मंडी की बात करें तो इस समय शहर के विभिन्न चैराहों में सब्जी की दुकान में लगी हुई है। इन दुकानों में भी न तो दुकान लगाने वाले मास्क में नजर आ रहे हैं और न ही सब्जियां खरीदने वाले मास्क लगाते हैं। इसी तरह चैक बाजार में दुकानदार और ग्राहक कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। हालांकि कल कमिश्नर चित्रकूट मंडल दिनेश कुमार सिंह ने बाजार का भ्रमण कर दुकानदारों को चेतावनी दी थी कि अगर कोई भी दुकानदार बिना मास्क के नजर आएगा। उसकी दुकान एक सप्ताह के लिए बंद करा दी जाएगी, लेकिन इस चेतावनी के बाद भी इन दुकानदारों पर असर नहीं हुआ। सब्जी मंडी में भीड़ देखकर कोरोना का खतरा साफ नजर आया लेकिन लापरवाही बरतने वाले दुकानदार और ग्राहकों में किसी तरह का खौफ नहीं था। इस बीच कमिश्नर ने दिनेश कुमार सिंह ने मंडल के समस्त श्रम प्रवर्तन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बंदी के दिन बाजारों को पूरी तरह से बंद कराया जाए और इसके बाद सभी बाजारों को का नगर पालिका के माध्यम से सैनिटाइज कराया जाए ताकि बढ़ते संक्रमण पर अंकुश लगाया जा सके।