फरीदाबाद, नगर संवाददाता: जिले में नशीले पदार्थों की आसान उपलब्धता युवाओं को अपराध के दलदल में धकेल रही है। हाल में पुलिस जितने भी अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है, वे नशे की पूर्ति के लिए अपराध करने की बात पुलिस को बता रहे हैं। इन अपराधियों में चोरी, लूट या झपटमारी करने वाले शामिल हैं। पुलिस हर दूसरे या तीसरे दिन पुलिस लोगों को गांजे के साथ पकड़ती है, मगर गांजे की बिक्री पर लगाम नहीं लग पा रही है। यह भी आसानी से उपलब्ध है। प्रतिबंधित होने के बावजूद शहर में धड़ल्ले से हुक्का बार चल रहे हैं। सरकारी एजेंसियां कार्रवाई करती हैं लेकिन जितने बड़े पैमाने पर यह काम हो रहा है, उसके अनुरूप कार्रवाई नहीं हो रही है।
स्कूल व कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी या किशोर उम्र बच्चे नशे का कारोबार करने वालों के निशाने पर हैं। एक बार नशे की लत लगने पर उन्हें बार-बार नशा चाहिए होता है। इस तरह नशे के कारोबारी अपनी कमाई बढ़ाते हैं। लत लगने के बाद युवा शुरू में घर से झूठ बोलकर पैसा लेना शुरू करते हैं। इसके बाद घर में चोरी करते हैं। जब लत अधिक बढ़ जाती है तो वे नशे की पूर्ति के लिए झपटमारी, चोरी या लूट की भी वारदात करने लगते हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी इस तथ्य की पुष्टि करते हैं। पुलिस का कहना है कि चोरी, झपटमारी या लूट में पकड़े जाने वाले 60 फीसद युवा नशे की पूर्ति के लिए यह अपराध करते हैं। इसके बाद वे आदतन अपराधी बन जाते हैं।