नोएडा, नगर संवाददाता: देश भर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच सोमवार से एक बार फिर स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत हो गई है। स्कूल तो खुल गए हैं लेकिन बच्चे अभी स्कूल जाने को तैयार नहीं हैं, न ही स्कूल संचालक बच्चों को बुलाकर खतरा मोल लेना चाह रहे हैं। जिले के ज्यादातर निजी स्कूलों में आनलाइन मोड में कक्षाएं चल रही हैं, जबकि सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12वीं तक आफलाइन कक्षाएं चल रही हैं।
जिले में एक बार फिर पिछले वर्ष जैसी स्थितियां बन गई हैं, जिनको लेकर शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावक सभी परेशान हैं। सभी उम्मीद लगा रहे हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए और छात्र पहले की तरह स्कूल जाकर पढ़ सकें, न कि घर पर रहकर आनलाइन कक्षा लें। स्कूल तो खुले लेकिन आनलाइन कक्षा से पढ़ रहे बच्चे
सेक्टर-51 स्थित कोठारी इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य मंजु गुप्ता ने बताया कि स्कूल में सोमवार से नए सत्र की शुरुआत तो हुई लेकिन आनलाइन माध्यम से। केजी से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों की आनलाइन कक्षाएं ही चल रही हैं। जबतक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती स्कूल में छात्रों को नहीं बुलाया जाएगा। सेक्टर 11 स्थित माडर्न स्कूल के प्रधानाचार्य डा. नीरज अवस्थी ने बताया कि कोरोना के कारण स्कूल में कम ही विद्यार्थी पहुंच रहे हैं। अभिभावकों से अनुमित पत्र लिए जा रहे हैं। फिलहाल मिक्स्ड मोड में कक्षाएं चलाई जा रही हैं। अभिभावकों से मांगे जा रहे अनुमति पत्र
सेक्टर-22 स्थित समरविले स्कूल में नए सत्र की शुरुआत हो गई है लेकिन अभी अभिभावकों से आफलाइन कक्षा के लिए अनुमति पत्र मांगे जा रहे हैं। इसके आधार पर ही आफलाइन कक्षाएं शुरू करने पर विचार किया जाएगा। सेक्टर 30 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में सोमवार को पिछले सत्र के लिए आफलाइन परीक्षाएं संचालित हुई हैं। स्कूल में 12 मार्च से नए सत्र की शुरुआत होगी। इससे पहले अभिभावकों से अनुमति पत्र लिए जाएंगे। सर्फाबाद स्थित यदु पब्लिक स्कूल में 19 मार्च से नए सत्र की शुरुआत होगी। इसी तरह जिले के ज्यादातर स्कूलों में अभिभावकों की सहमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है। बढ़ते मामलों ने अभिभावकों की बढ़ाई चिता
सेक्टर-22 निवासी प्रिया ने बताया कि उनका बेटा कक्षा 10वीं में पढ़ता है। इस बार बोर्ड है तो वह चाह रही थीं कि बेटा स्कूल जाकर ही पढ़ाई करे, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों ने उनका डर बढ़ा दिया है। वह बताती हैं कि कई राज्यों में स्कूल खुलने के बाद बच्चों को कोरोना भी हुआ है। अब वह उलझन में हैं। कक्षा 12 वीं के छात्र अक्षर ने बताया कि पिछले साल घर से आनलाइन कक्षा लेने में उन्हें सर्वाइकल से लेकर आंखों की दिक्कत बढ़ गई थी। अब जैसे हालात हैं, उन्हें लग रहा है कि इस वर्ष भी आनलाइन पढ़ाई ही करनी पड़ेगी, जिससे वह खुश नहीं हैं।