मीरजापुर, नगर संवाददाता: प्रदेश सरकार की दुष्कर्म से पीड़ित महिलाओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से तीन लाख रुपये और सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित महिलाओं-बालिकाओं को सात लाख रूपये आर्थिक मदद दिया जाता है। इस वित्तीय वर्ष में जिले के हलिया थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों की दुष्कर्म से पीड़ित दो महिलाओं को तीन-तीन लाख रूपये दिए जाने की स्वीकृति डीएम ने दे दी है। शासन से धन मिलते ही इन महिलाओं के बैंक खाते में आर्थिक मदद की धनराशि भेज दी जाएगी। हलिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासिनी युवती से दो वर्ष पूर्व गांव का ही एक युवक जबरन दुष्कर्म किया था। इससे वह पूरी तरह से टूट गयी थी। घर वालों से भी बात नहीं कर पा रही थी। पीड़िता के परिजनों ने आरोपित के खिलाफ थाने में रपट दर्ज करा दिया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बावजूद पीड़िता समाज में निकल नहीं पा रही थी। पीड़िता का कहना है कि वन स्टाप सेंटर की मैम ने काफी सहारा दिया। तब किसी तरह परिवार और पड़ोस के लोगों से मिलने-जुलने लगी। लगभग चार माह बाद स्थिति सामान्य हुई। अब शासन से तीन लाख रुपये आर्थिक मदद देने की भी सूचना दी गयी है। वह मदद मिलने पर आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो जाएगी। सरकार ने पीड़ित महिलाओं के लिए रानी लक्ष्मी बाई योजना शुरू कर बेहतर कार्य किया है। इस योजना से पीड़ित महिलाओं को समाज में बेहतर ढंग से जीवन गुजारने में काफी मदद मिलेगी। हलिया थाना क्षेत्र के एक अन्य गांव की निवासिनी युवती को सिवान में अकेले पा कर गांव का ही एक युवक दुष्कर्म कर दिया। वह युवती किसी तरह युवक के चंगुल से छूटने के बाद घर पहुंची तो गुमशुम हो गयी। युवती के परिवार वाले जब तक उससे कुछ पूछते वह फूट-फूट कर रोने लगी। इसके बाद अपनी पूरी दास्तान परिवार वालों को बता दिया। परिवार वालों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति कमजोर होने के कारण इस मामले में चुप रहना चाहते थे पर युवती ने हिम्मत से काम लिया। वह अगले दिन खुद परिवार वालों को साथ लेकर थाने पहुंच गयी। थाने में तहरीर दे कर आरोपित युवक के खिलाफ रपट दर्ज करा दिया। इसके बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य जब जिले में भ्रमण पर आयी तो उनसे मुलाकात कर आप बीती सुनाया। महिला आयोग की सदस्य के संज्ञान में लेने के बाद आरोपित युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पीड़ित युवती को रानी लक्ष्मी बाई योजना से तीन लाख रुपये आर्थिक मदद दिए जाने की स्वीकृति मिल गयी। अब वह पीड़िता समाज में बेहतर ढंग से जीवन गुजार रही है। पीड़िता का कहना है कि सरकार ने सभी को समान रूप से जीने का अवसर दिया है। फिर कोई भी हो अगर किसी को परेशान करता है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।