फरीदाबाद, नगर संवाददाता: नगर निगम मुख्यालय में चल रही सिंडीकेट बैंक की सील भले ही खुल गई हो, लेकिन गृहकर वसूली मामला एक बार फिर लटक गया है। इससे निगम को एक करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ राजस्व वसूली संबंधी जांच भी अभी पूरी नहीं हुई। इससे निगम को गृहकर वसूली में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम परिसर में चल रहे सिंडिकेट बैंक पर नगर निगम का एक करोड़ रुपये गृहकर बकाया है, जिसे अब तक अदा नहीं किया गया है। इस पर संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान के निर्देश पर कुछ महीने पहले निगम ने बैंक को सील कर दिया था। संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान का आरोप था कि बैंक ने निगम परिसर में बड़ी जगह ले रखी है। बल्कि इसके स्थान पर निगम किसी दूसरी संस्था को जमीन किराये पर दे तो हर महीने निगम को अच्छी कमाई होगी।
वहीं, बैंक अधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव से मुलाकात कर सील को खुलवा ली थी। बैंक अधिकारियों का आरोप था कि संयुक्त आयुक्त की ओर से उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। इस पर निगमायुक्त ने अतिरिक्त आयुक्त के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की थी। जांच शुरू हो पाती इससे पहले ही वित्तीय शाखा से बैंक की गृहकर वसूली संबंधी फाइल गायब हो गई है। हालांकि नगर निगम आयुक्त मामले की औपचारिक पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उन्होंने फाइल गायब होने संबंधी बात से इनकार कर दिया। अब इस संबंध में जल्द जांच कार्रवाई पूरी कर नए सिरे से गृहकर वसूली की जाएगी। पुराना बकाया भी बैंक से वसूला जाएगा।
गृहकर संबंधी फाइल गायब नहीं हुई है। जांच में जरूर देरी हुई है। इस संबंध में जल्द अधिकारियों से जांच रिपोर्ट तलब की जाएगी। नए सिरे से बैंक से गृहकर वसूली की जाएगी।