फरीदाबाद, हरियाणा, नगर संवाददाता: संतनगर से अपहरण किए गए ढाई साल के बच्चे और आरोपित को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम शनिवार देर रात फरीदाबाद पहुंची। बच्चे को वापस पाकर पिता इरफान और मां आमना खुशी से रो पड़े। क्राइम ब्रांच बच्चे को लेकर संतनगर उसके घर पहुंची तो लोगों ने तालियों से टीम का स्वागत किया। आरोपित अहमद को क्राइम ब्रांच ने रविवार को अदालत में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उसने बताया है बच्चे का अपहरण उसने बेचने के लिए किया था। अहमद मूलरूप से रायबरेली यूपी के गांव बिछियान का रहने वाला है। करीब 10 साल से यहां संतनगर में रहता था। उसके गांव के एक साथी ने फोन पर बताया था कि निसंतान दंपती को छोटा बच्चा चाहिए। दंपती बच्चे के लिए 10 से 15 लाख रुपये दे देंगे। जल्दी व आसानी से रुपये कमाने के लालच में अहमद ने बच्चे का अपहरण कर लिया। बच्चे को वह गांव में अपने साथी को सौंपता, वह आगे दंपती तक पहुंचाता। इससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने आरोपित को उसके गांव से दबोच लिया और बच्चे को छुड़ा लिया। क्राइम ब्रांच टीम उसके साथी की गिरफ्तारी के लिए रायबरेली रवाना हो गई है। क्राइम ब्रांच का अनुमान है कि अहमद का साथी बच्चा तस्करी के किसी बड़े गिरोह से जुड़ा हो सकता है। अपहरण के बाद जानकार महिला के पास छोड़ा था बच्चा
पड़ोसी होने के नाते अहमद के लिए बच्चा आसान टारगेट लगा। करीब एक सप्ताह से वह बच्चे से घुलने-मिलने की कोशिश कर रहा था। वह कभी बच्चे को मोटरसाइकिल पर घुमाता तो कभी उसे टाफी, चाकलेट लाकर देता। 11 मार्च को वह बच्चे को मोटरसाइकिल पर आगे बिठाकर संतनगर में ही अपनी जानकार महिला के पास पहुंचा। उसे बताया कि यह उसका भतीजा है। उसे गांव छोड़कर आना है। बच्चे को महिला के पास छोड़कर अहमद किराए पर टैक्सी करके लाया। टैक्सी से बच्चे को दिल्ली लेकर पहुंचा। वहां से बस में अपने गांव लेकर चला गया। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसमें अहमद बच्चे को मोटरसाइकिल पर बिठाकर ले जाते दिख गया। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने साइबर सेल की मदद से उसकी लोकेशन पता की और एक टीम रायबरेली रवाना हो गई। एसीपी क्राइम अनिल कुमार और इंस्पेक्टर विमल कुमार के नेतृत्व में इस आपरेशन को अंजाम दिया गया। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह भी पल-पल की जानकारी टीम से ले रहे थे। शनिवार देर रात टीम ने उन्हें बच्चे के सकुशल बरामदगी की सूचना दी तो उन्हें वेलडन बोलकर सोने के लिए गए।