मोदीनगर, नगर संवाददताा: भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव कलछीना में हुई डकैती की घटना का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया था। लेकिन, पर्दाफाश से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि 55 भेड़ें लूटी गई थीं, लेकिन पुलिस ने केवल 30 ही भेड़ें दिखाई हैं। इसके अलावा एक भी रुपया उन्हें नहीं मिला है, जबकि पुलिस ने नुकसान की भरपाई कराने का आश्वासन दिया था। एक भेड़ की कीमत करीब 20 हजार थी। ऐसे में उन्हें लाखों का नुकसान हुआ था। पीड़ित का कहना है कि स्थानीय पुलिस शुरुआत से ही मामले को दबाने में लगी थी। चैकी प्रभारी ने घटना को छिपाने के लिए उनपर दबाव बनाया था। अब उन्होंने मामले में आईजी से शिकायत करने की बात कही है।
ज्ञात हो कि आठ फरवरी की देर रात भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव कलछीना में भेड़ पालकों के साथ डकैती हुई थी। भेड़ पालकों को बंधक बनाकर हथियार के बल पर बदमाशों ने 55 भेड़ें लूट ली थीं। उनके पास जो नकदी थी, वह भी ले गए थे। मामले में पीड़ित भेड़ पालक सहारनपुर जिले के नकुड़ तहसील स्थित गांव सडौली के रहने वाले संदीप ने पुलिस से शिकायत की थी। संदीप के भाई राजकुमार के अनुसार, उन्होंने कलछीना चैकी प्रभारी को बताया कि 55 भेड़ें लूटी गई हैं। हथियारों से लैस बदमाशों ने सभी को पीटा और उनके हाथ-पांव बांधकर चले गए। आरोप है कि उस समय पुलिस ने उन्हें नुकसान की भरपाई करा देने का आश्वासन दिया, लेकिन साथ ही शर्त रखी कि घटना के बारे में किसी को नहीं बताए।
उसके बाद भेड़ पालकों ने पुलिस के बताए अनुसार ही चोरी की तहरीर लिख दी, उसी पर मुकदमा दर्ज हो गया। वह तभी से मामला खुलने और नुकसान की भरपाई होने की आस लगाए बैठे थे। अब शनिवार को डकैती का पर्दाफाश हुआ, जिसमें बदमाशों द्वारा 30 भेड़ लूटने की बात कही गई। राजकुमार ने बताया कि घटना के पर्दाफाश का पुलिस दावा कर रही है, लेकिन इसमें झोल है। 30 नहीं, 55 भेड़ें लूटी गई थीं।
इस बारे में एसएचओ भोजपुर प्रदीप कुमार ने बताया कि आरोपितों ने 30 भेड़ लूटने की बात पुलिस को बताई है। तीन आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। अन्य फरार है। उन्हें गिरफ्तार कर शेष भेड़ों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।