मोदीनगर, नगर संवाददाता: रविवार दोपहर को बस अड्डे के निकट गन्ने से भरा ट्रैक्टर ट्राला बीच सड़क पर खराब हो गया। इससे दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भयंकर जाम लग गया। गाजियाबाद की ओर लोगों को करीब तीन किलोमीटर की दूरी में कई घंटे रेंग-रेंगकर चलना पड़ा। उधर, मुरादनगर में भी वाहनों के विपरीत दिशा में आने से जाम लग गया।
रविवार दोपहर को तौल केंद्र से गन्ना लेकर ट्रैक्टर ट्राला मोदी शुगर मिल में जा रहा था। जब वह बस अड्डे के पास पहुंचा तो ट्रैक्टर ट्राला खराब हो गया और सड़क पर कुछ इस तरह आड़ा-तिरछा खड़ा हो गया, जिससे सड़क पर एक छोटे वाहन के निकलने की ही जगह बची। देखते ही देखते हाईवे पर भयंकर जाम लग गया। मेरठ से गाजियाबाद की ओर बीस मिनट में ही वाहनों की कतारें महेंद्रपुरी गेट का पार कर नाले तक जा पहुंचीं। करीब तीन किलोमीटर लंबे जाम में फंसकर लोग बेहाल हो गए। स्थिति भयावह होती देख मिल प्रबंधन के दखल पर दूसरा ट्रैक्टर मौके पर बुलवाया गया और ट्राले को वहां से हटाया गया। इसके बावजूद दो घंटे में यातायात व्यवस्था सामान्य हो सकी।
लोगों को मिनटों की दूरी को तय करने में घंटों का समय लग गया। इसके अलावा मुरादनगर में गंगनहर पटरी मार्ग से हाईवे पर आने वाले वाहनों के कारण दिल्ली-मेरठ हाईवे की रफ्तार पर विराम लग गया। लोगों को गाजियाबाद से मेरठ की ओर गंगनहर पुल से लेकर आयुध निर्माणी गेट तक दिनभर जाम झेलना पड़ा। पांच मिनट की दूरी को तय करने में लोगों को आधे घंटे से भी ज्यादा का वक्त लग गया। स्थिति उस समय भयावह हो गई, जब कस्बे और कालोनियों से आने वालों ने सही दिशा में घूमकर आने के बजाय हाईवे पर गलत दिशा में अपने वाहन मोड़ दिए। इससे वाहन एक-दूसरे के सामने आ गए और हाईवे पर जाम लग गया। यातायात पुलिसकर्मियों ने विपरीत दिशा में चलने वाले ऐसे कई लोगों के चालान किए और उनको आगे से गलत दिशा में न चलने की हिदायत भी दी।
ध्यान रहे कि शनिवार, रविवार को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर सामान्य दिनों में भी वाहनों की अधिकता रहती है। इस बारे में मोदीनगर सीओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि गन्ने से भरा ट्रैक्टर ट्राला बीच सड़क पर खराब होने से जाम लगा था। पुलिस ने समय रहते उसको सड़क से हटवाकर यातायात को सुचारु करा दिया था।