नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली विश्वविद्यालय के हजारों शिक्षकों ने पिछले छह माह से वेतन नहीं मिलने के विरोध में बृहस्पतिवार को हड़ताल की। विश्वविद्यालय ‘बंद का आह्वान दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डीयूटीए) ने मंगलवार को किया था। दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े 12 कॉलेजों के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि पिछले छह माह से उन्हें न तो वेतन मिला है और न ही अन्य बकाए का भुगतान किया गया है।
डीयूटीए के अध्यक्ष राजीव रे ने बताया, हम नहीं चाहते कि हमारे छात्रों को परेशानी हो, इसलिए हमने यह कदम लंबे समय तक नहीं उठाया, लेकिन अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि बहुत से कर्मचारियों-शिक्षक और गैर शिक्षण कर्मचारियों को पिछले छह माह से न तो वेतन मिला है और न ही पेंशन। उन्होंने कहा, ‘‘हम बस इतना चाहते हैं कि संबंधित प्राधिकार हमारे लिए निधि जारी करे और हमारे वेतन का भुगतान करे। अन्य मुद्दों के लिए हम बैठ कर बात कर सकते हैं।
डीयूटीए ने कहा कि महाशिवरात्रि पर शुरू हुई यह हड़ताल आगे आने वाले दिनों में और तेज होगी और शिक्षक 15 मार्च को सड़कों पर उतरेंगे। रे ने कहा कि डीयूटीए दिल्ली विश्वविद्यायल एवं कर्मचारी यूनियन (डीयूसीकेयू) और डीयू छात्र यूनियन (डूसू) के साथ 13 मार्च को बैठक करेंगे। डीयूटीए की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, डीयूटीए 15 मार्च को कुलपति कार्यालय से मुख्यमंत्री के आवास तक एक ‘‘अधिकार रैली निकालेगी और 18 मार्च को एक और रैली कुलपति कार्यालय से उप राज्यपाल के कार्यालय तक निकाली जाएगी।