फरीदाबाद, नगर संवाददाता: एनआइटी-1 में 16 फरवरी की रात जिम ट्रेनर व युवती की कार में गोली मारकर हत्या मामले में मुख्य आरोपित सहित चार लोग को क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित प्रकाश उर्फ पीके आहूजा को क्राइम ब्रांच ने एनआइटी-3 स्थित उसके घर से पकड़ा। उसे अदालत से तीन दिन की रिमांड पर लिया है। यह मामला सुलझाने में क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी अनिल कुमार, एसआइ ब्रह्मप्रकाश की अहम भूमिका रही।
क्राइम ब्रांच के अनुसार आरोपित गलत नीयत से युवती का पीछा करता था। 16 फरवरी को युवती किताब लेने घर से निकली। रास्ते में उसे जिम ट्रेनर लोकेश मिल गया। एक सप्ताह पहले ही लोकेश की पत्नी ने बेटी को जन्म दिया था। युवती लोकेश के पास जिम के लिए जाती थी। इसलिए वह उसे जानती थी। लोकेश को बेटी के जन्म की बधाई देने के लिए उसकी कार में बैठ गई। इसी दौरान आरोपित प्रकाश उर्फ पीके अपने दोस्त लक्की के साथ स्कूटी पर युवती का पीछा करते हुए वहां पहुंचा। युवती को लोकेश की कार में बैठे देखकर वह आपा खो बैठा। उसने अपने दोस्त भव्य को फोन करके घर में रखी पिस्टल लेकर आने को कहा। भव्य ने पिस्टल लाकर प्रकाश को दे दी। प्रकाश पिस्टल लेकर कार में पिछली सीट पर बैठ गया। उसने पहले लोकेश को गोली मारी, युवती ने जब विरोध किया, तो उसको भी गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर वह भव्य और लक्की के साथ मौके से फरार हो गया। जांच में क्राइम ब्रांच को पता चला कि आरोपित करीब एक साल पहले अपनी बुआ के बेटे करण से मेरठ से पिस्टल लेकर आया था। पुलिस ने करण सहित सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को क्राइम ब्रांच ने प्रकाश, भव्य और लक्की को अदालत में पेश किया। अदालत ने भव्य और लक्की को जेल भेज दिया है, वहीं प्रकाश उर्फ पीके को तीन दिन की रिमांड पर दिया है। रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच आरोपित से वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद करेगी। करण को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।