गुरुग्राम, नगर संवाददाता: प्रदेश के पैरा खिलाड़ियों ने नई खेल नीति 2021 में किए गए बदलाव को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ को रोहतक में शनिवार को ज्ञापन दिया। पैरा खिलाड़ियों की तरफ से कहा गया है कि खेल नीति में सभी खिलाड़ियों को एक समान रखना चाहिए।
खिलाड़ियों का कहना है कि जब सामान्य खिलाड़ी एशियन, ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और कामनवेल्थ खेलों में पदक जीतता है और वहीं पर पैरा खिलाड़ी पदक जीतता है तो उसको भी बराबरी पद की नौकरी मिलनी चाहिए। सरकार की नई खेल नीति में भेदभाव किया गया है। अगर एक सामान्य खिलाड़ी ओलंपिक में पदक जीतता है तो उसे क्लास वन की नौकरी मिलेगी और वहीं पर पैरा खिलाड़ी पदक जीतता है तो उसे क्लास-बी की नौकरी दी जाएगी। इसी तरह अन्य प्रतियोगिताओं में किया गया है। यह भेदभाव गलत है। खिलाड़ियों ने इसी भेदभाव के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन देने के इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुनील फौगाट, रामपाल, जयदीप, रोहित हुड्डा, अरविद मलिक, संदीप मोर, मन्नू आदि खिलाड़ी शामिल थे केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू व प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। जब केंद्र सरकार कोई भेदभाव नहीं कर रही है तो प्रदेश सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए। मैंने स्वयं 46 वर्ष की आयु में रियो ओलंपिक में पदक जीता था और प्रदेश सरकार ने अब नीति बनाई है कि 42 वर्ष आयु से ऊपर कोई पदक जीतता है तो उसे लाभ नहीं मिलेगा। जब ओलंपिक में किसी भी आयु का खिलाड़ी खेल सकता है तो उसी नियम को सरकार को मानना चाहिए। सरकार से अनुरोध है कि खिलाड़ियों को बराबरी की नौकरी नहीं देने व आयु कम करने के फैसले पर दोबारा विचार करें।