हैदराबाद, नगर संवाददाता: आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की ऐतिहासिक जीत के सूत्रधारों में रहे मोहम्मद सिराज स्वदेश लौटने पर अपने घर जाने से पहले मरहूम पिता की कब्र पर फूल चढाने गए। सिराज उस समय आस्ट्रेलिया में थे जब उनके अब्बा ने आखिरी सांस ली। दो महीने से उन्हें अंतिम विदाई देने का इंतजार कर रहे सिराज आज उनकी कब्र पर पहुंचकर भावुक हो गए। उन्होंने वहां फूल चढाये और नमाज पढी। आटो रिक्शा चलाने वाले सिराज के पिता का 53 वर्ष की उम्र में 20 नवंबर को फेफड़े की बीमारी से निधन हो गया। इससे एक सप्ताह पहले ही सिराज भारतीय टीम के साथ आस्ट्रेलिया पहुंचे थे। उन्हें घर लौटने का विकल्प दिया गया लेकिन वह टीम के साथ रूके। उन्होंने मेलबर्न में दूसरे टेस्ट में इस प्रारूप में पदार्पण किया और बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिये सर्वाधिक 13 विकेट चटकाये। उन्होंने घर लौटने की बजाय आस्ट्रेलिया में टीम के साथ रहकर अपने पिता का सपना पूरा किया। सिराज के भाई मोहम्मद इस्माइल ने कहा था ,’’ मेरे मरहूम वालिद का ख्वाब था कि सिराज भारत के लिये टेस्ट क्रिकेट खेले। वह उसे हमेशा नीली और सफेद जर्सी में देखना चाहते थे। उनका सपना पूरा हुआ।’’