गुरुग्राम, नगर संवाददाता: गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआइए) का एक प्रतिनिधिमंडल औद्योगिक समस्याओं को लेकर गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) के सीईओ वीएस कुंडू से मिला। प्रतिनिधिमंडल में जीआइए के उपाध्यक्ष मेजर (रिटा.) केसी संदल, संयुक्त सचिव मनोज जैन व मैनेजिग कमेटी के सदस्य बीके मैथी, वीके टंडन व संजीव बंसल शामिल रहे। इस दौरान जीआइए अध्यक्ष ने कहा कि छोटे कामर्शियल वाहनों पर सुबह 8.00 से 10.00 बजे तक व शाम 5.00 से रात 9.00 बजे तक कि नो एंट्री है। जिससे जिससे छोटे उद्योगों को तैयार और कच्चा माल भेजने में परेशानी होती है। छोटे वाहनों के लिए नो एंट्री से छूट मिलनी चाहिए।
जीआइए अध्यक्ष ने वीएस कुंडू से कहा कि महरौली रोड पर स्थित सिचाई एवं जल संसाधन कार्यालय के गेट नंबर एक के सामने यू टर्न को और बेहतर ढंग से बनाया जाए। जिससे दुर्घटना से बचाव हो सके। प्रतिनिधिमंडल ने सीएलयू का भी मुद्दा उठाया। कहा कि इसके 90 दिन के भीतर मिलने का प्रावधान है, मगर विभाग आवेदनकर्ता को 90वें दिन पेपर में कुछ कमी का हवाला देकर अब्जेक्शन लगा देते हैं। जिससे आवेदनकर्ता तो हतोत्साहित होता ही है। साथ ही सरकार के ‘ईज आफ डुईंग बिजनेस’ का प्रयास भी विफल होता है। सीएलयू से संबंधित फाइलों का समय से प्रभावी तरीके से निपटारे की मांग की गई।
जेएन मंगला ने कहा कि गुरुग्राम में कुछ पुराने औद्योगिक क्षेत्र हैं। जिसमें दौलताबाद, बसई व कादीपुर प्रमुख हैं। जो अभी तक अनियमित क्षेत्र हैं। यहां के उद्यमी बड़ी कंपनियों के लिए उत्पाद तैयार करते हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों को नियमित करने और वहां विकास कार्य कराने को लेकर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आइडीसी क्षेत्र को लेकर उन्होंने कहा कि नगर निगम व एचएसआइआइडसी द्वारा यहां लंबे समय से विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। इस कारण यहां सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम व सड़कों की हालत खराब है। पार्किंग क्षेत्र में अतिक्रमण है। स्ट्रीट लाइट, साफ सफाई व कूड़ा निस्तारण की हालत काफी दयनीय है। बरसात के बाद इस क्षेत्र में भारी जलभराव होता है। प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनने के बाद वीएस कुंडू ने कहा कि वह औद्योगिक क्षेत्रों में विकास को लेकर उन्हें लिखित में आवेदन करें। जिस पर जीएमडीए के कार्यक्षेत्र के अनुसार काम किया जाएगा।