राष्ट्र ने वाजपेयी को उनकी 96वीं जयंती पर याद किया

नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी। संसद के केंद्रीय कक्ष में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय मंत्रियों और कई सांसदों ने वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी ने इस मौके पर ‘अटल बिहारी वाजपेयीः एक स्मृति खंड’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति कोविन्द ने वाजपेयी की जयंती पर नई दिल्ली में उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कोविन्द और मोदी के अलावा शीर्ष केंद्रीय मंत्री भी स्मारक पर प्रार्थना सभा में मौजूद थे। मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि वाजपेयी के दूरदर्शी नेतृत्व ने देश को विकास की अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए उनके प्रयासों को सदैव स्मरण किया जाएगा।’’ उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा, ‘‘अटल जी के विराट व्यक्तित्व, ओजस्वी वाणी, उनके द्वारा स्थापित मर्यादाओं, उनके आत्मीय मार्गदर्शन को याद करता हूं। उनकी पावन स्मृति को सादर नमन करता हूं।’’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,’’अटल जी के विचार और देश की प्रगति के लिए उनका समर्पण हमें सदैव राष्ट्रसेवा के लिए शक्ति देते रहेंगे।’’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत अन्य लोगों ने भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को हुआ था। वह जनसंघ और भाजपा के संस्थापक सदस्य थे। भाजपा को कामयाबी के शिखर पर ले जाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। नब्बे के दशक में वह पार्टी का मुख्य चेहरा बनकर उभरे और पहली बार भगवा दल के नेतृत्व में सरकार बनी। प्रधानमंत्री के तौर पर वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान देश में उदारीकरण को बढ़ावा मिला और बुनियादी ढांचे तथा विकास को गति मिली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को शीतयुद्ध के बाद की दुनिया के बारे में व्यापक समझ थी जो भारत के लिए अपने संबंधों को नए सिरे से स्थापित करने और अमेरिका के साथ संबंधों की नई शुरुआत करने में सहायक रही। दिवंगत वाजपेयी की 96वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जयशंकर ने कहा कि दिग्गज नेता ने विभिन्न क्षेत्रों और महादेशों तक गर्मजोशी से पहुंच बनाई जिसने भारत के लिए यूरोप, अफ्रीका, लातिन अमेरिका और आसियान के देशों सहित भारत के संपूर्ण विदेशी संपर्कों के विस्तार का आधार तैयार किया। उन्होंने कहा कि चीन के साथ पारस्परिक सम्मान और साझा संवेदनशीलता पर आधारित संपर्क वाजपेयी की सोच को प्रदर्शित करता है। मध्यप्रदेश में, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भोपाल के शौर्य स्मारक के निकट वाजपेयी की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया।

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