गाजियाबाद, नगर संवाददाता: विद्युत निगम में यदि कोई भी सेवानिवृत्त कर्मी या बाहरी व्यक्ति कार्य करता पाया गया तो सीधे एक्सईएन पर कार्रवाई की जाएगी। एमडी मेरठ की तरफ से इस बाबत सभी चीफ इंजीनियर और एक्सईएन को आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश का अनुपालन देखने के लिए एमडी किसी भी कार्यदिवस के दौरान किसी भी डिवीजन का औचक निरीक्षण कर सकते हैं।
मेरठ डिस्कॉम के एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी को इसकी लगातार शिकायत मिल रहीं थीं कि बिजली दफ्तरों में सेवानिवृत्त कर्मचारियों और बाहरी व्यक्तियों से काम कराए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में अधिकारी इन्हीं सेवानिवृत्त कर्मियों और बाहरी व्यक्तियों के द्वारा रिश्वत भी वसूल रहे हैं। एमडी स्तर से इसकी गोपनीय जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एमडी मेरठ की तरफ से सभी चीफ इंजीनियर और एक्सईएन को आदेश जारी कर दिए हैं कि यदि किसी भी बिजली दफ्तर में कोई भी सेवानिवृत्त कर्मचारी या फिर कोई बाहरी व्यक्ति विभागीय कार्य करता पाया जाता है तो संबंधित एक्सईएन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया जाएगा।
चीफ इंजीनियर आरके राणा ने बताया कि एमडी के आदेश प्राप्त हो चुके हैं। सभी एसई, एक्सईएन और एसडीओ को निर्देशित कर दिया गया है। मैं भी दफ्तरों का स्वयं निरीक्षण करूंगा। यदि कोई सेवानिवृत्त कर्मचारी और बाहरी व्यक्ति पाया जाता है तो संबंधित अफसर पर कार्रवाई की जाएगी।