नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राजौरी गार्डन पुलिस ने बहुत बड़े ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस ड्रग सिंडिकेट का जाल दिल्ली से लेकर तेलंगाना तक फैला हुआ था। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही इनके पास से लगभग 66 किलो गांजा भी बरामद किया है। यह गांजा दिल्ली, इलाहाबाद, अलीगढ़, भद्राचलम, और तेलंगाना से बरामद किया गया।
दरअसल पिछले कुछ समय में राजधानी में आसपास के राज्यों से होने वाली ड्रग तस्करी को रोकने की पहल की राजौरी गार्डन थाना पुलिस से हुई। जिसके कारण साल 2020 में यहां एनडीपीएस एक्ट के 15 मामले दर्ज हुए। साथ ही काफी मात्रा में हेरोइन, गांजा, चरस बरामद हुआ। पिछले महीने की 30 तारीख को राजौरी गार्डन थाना पुलिस टीम नाइट पेट्रोलिंग कर रही थी। तभी टीम को एक बैग लिए व्यक्ति संदिग्ध दिखा। पुलिस ने उसे रोककर छानबीन कि तो उसके बैग से लगभग सवा सात किलो मारिजुआना बरामद किया। आरोपी का नाम जाकिरुल हसन है। वह विष्णु गार्डेन का रहने वाला है।
इसके बाद इस मामले की गहनता के साथ पड़ताल शुरू हुई। जिसमें साइंटिफिक, टेक्निकल, लोकल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। इससे ये बात निकालकर सामने आई कि आरोपी ड्रग तस्कर के उस गिरोह से जुड़ा है जो तेलेंगाना से दिल्ली तक ड्रग तस्करी करता है। इसके बाद इस गिरोह के 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। इस कड़ी में सबसे पहले टीम को आरोपी मुना के बारे में जानकारी मिली। जो यूपी के सुल्तानपुर का रहने वाला था और इलाहाबाद में एक सरकारी ठेका मालिक को गांजा की सप्लाई करता था। पुलिस ने वहां से मुना को गिरफ्तार किया। लेकिन इस ठेके को चलाने वाला फरार होने में कामयाब हो गया।
मुना ने बताया कि शाहबाज नाम के व्यक्ति के पास 30 किलो गांजा है, जो अलीगढ़ में है। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर इसे गिरफ्तार किया। इसके बाद जानकारी के आधार पर पुलिस टीम तेलंगाना गई और वहां लोकल पुलिस के साथ भद्राचलम के घने जंगल में छापामारी करके बाकी आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से लगभग 67 किलो गांजा बरामद किया है। इनकी गिरफ्तारी से एनडीपीएस एक्ट के तीन मामले सुलझे हैं।