नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक आवासीय परियोजना में निवेश के नाम पर 20 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में आरोपी कंपनी साहा इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के तीन निदेशकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन्हें नोएडा और फरीदाबाद से पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों में अनिल कुमार साहा, अनिर्बान साहा और अशोक कुमार सिरोही शामिल हैं। इनमें से अनिल और अनिर्बान पिता-पुत्र हैं। आरोपियों ने लोगों को निवेश पर अधिक लाभ का झांसा दिया था लेकिन उनके रुपये नहीं लौटाए।
ईओडब्ल्यू के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डॉ. ओपी मिश्रा के मुताबिक, ममता बहल नाम की महिला ने ठगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि साहा इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में निवेश पर आकर्षक लाभ की बात कही थी। उन्होंने 5 करोड़ 44 लाख रुपये का निवेश किया लेकिन परियोजना का काम बंद हो गया और आरोपियों ने रुपये नहीं लौटाए। कंपनी के निदेशकों ने करीब 20 निवेशकों से इस तरह 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज जांच शुरू की तो पता चला कि कंपनी ने नोएडा स्थित ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों से रुपये लिए थे। बाद में आरोपियों ने उन रुपयों को दूसरे खाते में स्थानांतरित कर दिया था और परियोजना का काम बंद कर फरार हो गए थे। निवेशकों और पुलिस से बचने के लिए आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे। लेकिन, ईओडब्लू की टीम लगातार उनकी तलाश में जुटी थी। इस बीच आरोपियों की लोकेशन मिली तो जांच टीम ने नोएडा सेक्टर-30 और फरीदाबाद से उन्हें धर दबोचा।