बाबूलाल गौर का निधन, मध्यप्रदेश में 3 दिन का राजकीय शोक

भोपाल/नगर संवददाता : भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का लंबी बीमार के बाद निधन हो गया। सबके प्रिय गौर साहब के निधन की खबर मिलते ही राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। प्रदेश में 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।
भाजपा और कांग्रेस का हर नेता बाबूलाल गौर के अंतिम दर्शन करने के लिए उनके घर और पार्टी दफ्तर पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी बाबूलाल गौर के घर पहुंचकर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन आर्पित किए। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बाबूलाल गौर को याद करते हुए कहा कि उनके निधन का समाचार मुझे स्तब्ध करने वाला है।

मुख्यमंत्री कहा कि आज मैंने एक अच्छा मित्र और अच्छा साथी खो दिया है। उनसे मेरे सदैव क़रीबी संबंध रहे। वे एक ज़िंदादिल, बेबाक़ शैली के सीधे.साधे सरल व्यक्ति थे। उन्होंने हमेशा निर्भिकता, बेबाक़ी से अपने विचार व्यक्त किए और खुलेमन से अपना जीवन जिया। प्रदेश के विकास ख़ासकर भोपाल के विकास की उन्हें हमेशा चिंता रहती थी।

मुख्यमंत्री कहा कि जब मैं केंद्रीय मंत्री था, वे हमेशा मध्यप्रदेश की कई योजनाओं को लेकर मेरे पास आते थे और राशि स्वीकृत कराकर ले जाते थे। जो वे ठान लेते थेए उसे मनवाकर ही रहते थे। जनता के साथ उनका जीवंत संपर्क था। वे जनहित के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करते थे। स्पष्टवादिता के कारण अपने विचारों में कभी उन्होंने दलगत राजनीति नहीं आने दी, पार्टी लाइन से भी परे हटकर अपने विचार खुलेमन से रखते थे।

उन्होंने कहा कि वे मेरे साथ विदेश दौरे पर भी गए। मेरे प्रति सदैव उनका प्रेमए स्नेह रहा। हमारे रिश्तों, संबंधों में कभी दलीय राजनीति आड़े नहीं आई। आज एक ज़िंदादिल, हंसता-मुस्कुराता साथी हमारे बीच से चला गया। उनकी कमी हमेशा मुझे अखरेगी। मुख्यमंत्री ने बाबूलाल गौर के परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे।

प्रदेश में 3 दिन का राजकीय शोक : पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन पर मध्यप्रदेश में 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। इसके साथ ही बुधवार (आज) भोजन अवकाश के बाद सरकार ने सरकारी दफ्तरों में छुट्टी का ऐलान किया है।

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