उत्तर प्रदेश/नगर संवददाता : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए हत्याकांड पर राजनीति जारी है। पीड़ित परिवार से मिलने की जिद लिए धरने पर बैठीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से हत्याकांड में मारे गए लोगों के परिजनों ने मुलाकात की। प्रियंका गांधी को रोके जाने को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इस मामले को लेकर योगी सरकार पर कांग्रेस लगातार निशाना साथ रही है।
सोनभद्र में पिछले बुधवार को हुए गोलीकांड में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने से रोकी गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वापस लौट जाने की अधिकारियों की सलाह नहीं मानते हुए शुक्रवार रात चुनार गेस्ट हाउस में ही बिताई।
प्रशासन ने सोनभद्र के पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलवाया। चुनार गेस्ट हाउस के बाहर धरने पर बैठीं प्रियंका ने कहा था कि वे सभी पीड़ितों से मिले बिना यहां से नहीं जाएंगी।
प्रियंका ने आरोप लगाया कि कुछ पीड़ितों को मिलने से रोका जा रहा है। प्रशासन पर आरोप लगाते हुए प्रियंका ने कहा कि 15 लोग मुझसे मिलने आए हैं। केवल 2 ही लोगों को मिलने दिया जा रहा है। प्रियंका ने कहा कि भगवान जाने इनकी मानसिकता क्या है।
पीड़ित परिवार से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को राज्य प्रशासन द्वारा बीच में ही रोक दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश में सियासत गर्मा गई है।
प्रशासन ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया और फिर उन्हें मिर्जापुर के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया। प्रियंका को प्रशासन द्वारा मनाने की तमाम कोशिशें की गईं लेकिन वे पीड़ित परिवारों से मिलने पर अड़ी रहीं जिसके बाद प्रशासन ने पीड़ितों के परिजनों से प्रियंका की मुलाकात करवाई।
प्रशासन पर लगाया दबाव का आरोप : प्रियंका ने शुक्रवार देर रात किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक बृजभूषण, वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और पुलिस उपमहानिरीक्षक को मुझसे यह कहने के लिए भेजा कि मैं यहां पीड़ितों से मिले बगैर वापस चली जाऊं। न मुझे हिरासत में रखने का आधार बताया गया है और न ही कोई कागज दिए गए।
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि मेरे वकीलों के मुताबिकए मेरी गिरफ्तारी हर तरह से गैरकानूनी है। मैंने स्पष्ट कर दिया है कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं, बल्कि पीड़ितों से मिलने आई हूं। मैंने सरकार के दूतों से कहा है कि मैं उनसे मिले बगैर वापस नहीं जाऊंगी। प्रियंका ने एक वीडियो भी ट्वीट किया था, जिसमें वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी रात करीब 1ः15 बजे उनसे बैठक बेनतीजा खत्म होने के बाद वापस जाते दिखाई दे रहे हैं।