पुने, महाराष्ट्र/नगर संवाददाताः पुणे में इन्फोसिस के दफ्तर में हुई महिला कर्मचारी की हत्या के जुर्म में पकड़े गए आरोपी सिक्योरिटी गार्ड ने पुलिस हिरासत में रहकर खुदकुशी करने की कोशिश की। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने ऐसा अपने लिए सहानुभूति पैदा करने के लिए ऐसा किया था। 26 वर्षीय आरोपी भाबेन सैकिया को कल मुंबई रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी ने हिंजेवाड़ी स्थित पुणे इन्फोसिस में काम बतौर सॉफ्टवेर इंजीनियर काम करने वाली के. रासिला राजू की रविवार को कम्यूटर केबल से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। रासिला केरल के कोजिखोड़े की रहने वाली थीं। जांच में पता चला है कि आरोपी रोज मृतका को घूरा करता था, जिससे परेशान होकर उसने आरोपी को धमकी दी थी कि वह उसकी शिकायत अपने बॉस से करेगी। रविवार की रात रासिला को ऑफिस में अकेला पाकर आरोपी ने उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन वह केबिन में नहीं जा सकता था, क्योंकि केबिन में एंट्री के लिए स्पेशल ऐक्सेस कार्ड का प्रयोग किया जाता है, जो केवल स्टाफ के पास मौजूद थे। ऐसे में आरोपी ने मृतका से केबिन के अंदर आने के लिए बहाना बनाया कि उसे कंप्यूटर सिस्टम्स के कोड नोट करने है, इसलिए वह अपने ऐक्सेस कार्ड के जरिए उसे अंदर आने दे। अंदर आने के बाद भाबेन ने रासिला से बॉस से शिकायत न करने की बात कही लेकिन वह नहीं मानी और उसने कंप्यूटर केबल से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद किसी को शक न हो इसलिए वह पूरे समय तक अपने ड्यूटी पर भी रहा। ड्यूटी पूरी करने के बाद वह मुंबई से अपने घर भागना चाह रहा था। तब तक पुणे पुलिस पूरे मामले को समझ चुकी थी और उसने तुरंत मुंबई पुलिस से कांटेक्ट किया। मुंबई पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसे तुरंत छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 18 से गिरफ्तार कर लिया। सहायक पुलिस आयुक्त वैशाली जाधव ने बताया कि ‘भाबेन ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है।’ उन्होंने बताया कि ‘आरोपी असम का रहने वाला है और वारदात को अंजाम देने के बाद वहीं भागना चाह रहा था।’ इन्फोसिस ने काम के दौरान मौत हो जाने पर रासिला के परिवार वालों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।