रैगर धर्मशाला ट्रस्ट के पदाधिकारियों के त्रिवार्षिक चुनाव के संबंध

मुंबई, महाराष्ट्र/बेगराजः चुनाव प्रक्रिया में वही व्यक्ति भाग ले सकते हैं जो रैगर धर्मशाला ट्रस्ट के साधारण सदस्य और आजीवन सदस्य है। प्रधान, वरिष्ठ उपप्रधान एवं उपप्रधान पदों के उम्मीदवारों की आयु कम से कम 35 वर्ष होनी चाहिए और महामंत्री, मंत्री, कोषाध्यक्ष, उपमंत्री, संगठन मंत्री एवं प्रचार मंत्री पदों के उम्मीदवारों की आयु कम से कम 25 वर्ष होनी चाहिए। मतों की गिनती मतदान के तुरंत बाद की जाएगी। इनमें वे मतपत्र भी शामिल किए जाएंगे जो डाक द्वारा प्राप्त होंगे चुनाव के लिए आए हुए किसी भी सदस्य को किसी भी प्रकार का खर्चा नहीं दिया जाएगा। कोई भी उम्मीदवार दो पदों के लिए साथ चुनाव लड़ने का पात्र नहीं होगा। यदि कोई उम्मीदवार एक से अधिक पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करता है तो उस उम्मीदवार को नामांकन पत्र वापिस लेने की निर्धारित दिनांक और समय तक अपने एक से अधिक नामांकन पत्र वापिस लेने होंगे अन्यथा उस उम्मीदवार के सभी नामांकन पत्र निरस्त कर दिए जाएंगे। ट्रस्ट द्वारा निष्कासित सदस्यों को किसी भी पद के लिए उम्मीदवार होने अथवा किसी उम्मीदवार का समर्थक बनने अथवा मतदान करने का अधिकार नहीं होगा। दिल्ली से बाहर के जो सदस्य डाक द्वारा नामांकन पत्र और मतपत्र भेजेंगे उनकी मान्यता के लिए नामांकन पत्र और मतपत्र को इनके निर्धारित समयानुसार चुनाव अधिकारी को मिलना आवश्यक होगा। दिल्ली के बाहर निवास करने वाले जो मतदाता डाक द्वारा अपना नामांकन पत्र अथवा मतपत्र भेजना चाहते हैं वे निर्धारित प्रपत्र में लिखित रूप से चुनाव अधिकारी को दिनांक 05.08.2016 तक अवश्य भेजें। मतपत्र प्राप्त करने के लिए इस चुनाव परिपत्र के साथ प्रपत्र संलग्न है। जो मतदाता लिखित रूप से निर्धारित प्रपत्र में अपना नाम, पिता/पति का नाम, पत्राचार का पूर्ण पता और हस्ताक्षर सहित चुनाव अधिकारी को भेजेंगे उन्हीं को गुप्त मतपत्र भेजे जाएंगे और वही गुप्त मतपत्र दिनांक 17.06.2016 को सांय 5 बजे तक चुनाव कार्यालय में मिलने पर ही मान्य होंगे। मतपत्र प्राप्त न होने की स्थिति में मतदाता निर्धारित चुनाव स्थान पर आकर चुनाव अधिकारी को एक घोषणापत्र देकर अपने मत का प्रयोग कर सकते है। किसी भी संस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए निष्पक्ष एवं प्रजातांत्रिक रूप से चुनाव करवाना आवश्यक होता है। रैगर धर्मशाला ट्रस्ट हमारे समाज की प्रतिष्ठा का प्रतीक है और हम सभी का कर्तव्य है कि हम सब इसके सम्मान को बनाएं रखें।

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